भगवान श्री कृष्ण का था गोमाता के साथ अटूट प्रेम :ब्रह्मचारी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: गोपाष्टमी के अवसर पर धर्मनगरी में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गए। भारत साधु समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं जयराम संस्थाओं के अध्यक्ष बह्मस्वरुप ब्रह्मचारी ने विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ गोमाता की पूजा अर्चना की।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 16 Nov 2018 01:37 AM (IST) Updated:Fri, 16 Nov 2018 01:37 AM (IST)
भगवान श्री कृष्ण का था गोमाता के साथ अटूट प्रेम :ब्रह्मचारी
भगवान श्री कृष्ण का था गोमाता के साथ अटूट प्रेम :ब्रह्मचारी

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र: गोपाष्टमी के अवसर पर धर्मनगरी में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये गए। भारत साधु समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं जयराम संस्थाओं के अध्यक्ष बह्मस्वरुप ब्रह्मचारी ने विधिवत मंत्रोच्चारण के साथ गोमाता की पूजा अर्चना की। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने कुरुक्षेत्र की धरती पर ही पूरी सृष्टि के लिए गीता का संदेश दिया था। जयराम विद्यापीठ की ओर से गीता जयंती महोत्सव की तैयारियां की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्ण का गोमाता के साथ विशेष प्रेम था। आज कुरुक्षेत्र की धरती पर ही गोपाष्टमी का पर्व बहुत ही भक्तिभाव तथा आस्था के साथ मनाया जा रहा है। ब्रह्मचारी ने कहा कि भारतीय संस्कृति तथा संस्कारों की पहचान भी गोमाता ही है। गोपूजन के अवसर पर के के गर्ग, खरैती लाल ¨सगला, केके कौशिक, राजेंद्र ¨सघल, टेक ¨सह लौहार माजरा, सुरेंद्र गुप्ता, ईश्वर गुप्ता, श्रवण गुप्ता, टीके शर्मा, एसएन गुप्ता, राजेश ¨सगला, मुनीश मित्तल, अशोक गर्ग, रणबीर भारद्वाज, राजेश लेखवार शास्त्री, सतबीर कौशिक व रोहित कौशिक मौजूद थे।

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