पहाड़ी क्षेत्र में बरसात से मारकंडा नदी उफान पर

मैदानी इलाके के साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में जारी बरसात से मारकंडा नदी में पानी उफान पर आ गया है। नदी में पानी खतरे के निशान को कभी भी छू सकता है। ऐसे में बाढ़ नियंत्रण कक्षों को 24 घंटे को सतर्क कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Sep 2018 02:02 AM (IST) Updated:Mon, 24 Sep 2018 02:02 AM (IST)
पहाड़ी क्षेत्र में बरसात से मारकंडा नदी उफान पर
पहाड़ी क्षेत्र में बरसात से मारकंडा नदी उफान पर

संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : मैदानी इलाके के साथ ही पहाड़ी क्षेत्रों में जारी बरसात से मारकंडा नदी में पानी उफान पर आ गया है। नदी में पानी खतरे के निशान को कभी भी छू सकता है। ऐसे में बाढ़ नियंत्रण कक्षों को 24 घंटे को सतर्क कर दिया गया है। इन कक्षों के माध्यम से पुलिस हिमाचल प्रदेश से आने वाले पानी की पल-पल की रिपोर्ट ले रही है। आसपास के गांवों में भी ग्रामीण सावधानी बरत रहे हैं।

शनिवार आधी रात के बाद नदी में पानी पूरे वेग के साथ आया। रविवार को पानी की मात्रा हजारों क्यूसिक तक जा पहुंची। झांसा और जलबेहड़ा के पास नदी का पानी किनारों को छू कर बह रहा है। कई जगह तो पानी कच्चे किनारों को काट कर आगे बढ़ रहा है। झांसा गांव के पास नदी का पानी पुराने पुल को छूने को हो गया। हालांकि इसे अभी ¨सचाई विभाग किसी प्रकार का खतरा नहीं मान रहा है। सिंचाई विभाग के बेलदार नदी का जायजा ले रहे हैं। जलबेहड़ा गांव के पास मारकंडा नदी किनारे स्थित बाढ़ नियंत्रण कक्ष पर तैनात पुलिस मुलाजिम राम स्वरूप ने बताया कि हिमाचल के काला अंब से आने वाले पानी की लगातार रिपोर्ट लेकर आला अधिकारियों को भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि रात के समय पानी अधिक हो सकता है। प्रशासन ने मौसम को लेकर पहले ही अलर्ट जारी किया हुआ है। अब नदी में उफान के चलते अधिक सावधानी बरती जा रही है। थाना प्रभारी सतीश कुमार ने भी शाम के समय नदी का जायजा लिया।

मैदानी इलाके में बरसात आफत बनी

दिनभर जारी बरसात किसानों के लिए कहर से कम साबित नहीं हो रही है। जहां बरसात से आबादी वाले इलाके परेशान हैं वहीं खेतों में किसान की चार महीने की मेहनत जमींदोज हो रही है।

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