मॉरीशस भारतीय जीवन मूल्यों का संगम : रामबर्ण

मॉरीशस के फेडरेशन ऑफ इंडियन आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष सुरेश रामबर्ण ने कहा कि मॉरीशस भारतीय संस्कृति, सभ्यता, परंपरा, धर्म, दर्शन एवं आध्यात्म का अछ्वुत संगम है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 May 2018 12:53 AM (IST) Updated:Fri, 18 May 2018 12:53 AM (IST)
मॉरीशस भारतीय जीवन मूल्यों का संगम :  रामबर्ण
मॉरीशस भारतीय जीवन मूल्यों का संगम : रामबर्ण

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

मॉरीशस के फेडरेशन ऑफ इंडियन आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष सुरेश रामबर्ण ने कहा कि मॉरीशस भारतीय संस्कृति, सभ्यता, परंपरा, धर्म, दर्शन एवं आध्यात्म का अछ्वुत संगम है। अनेक कठिनाइयों का सामना करते हुए भारत से सैंकड़ों वर्षों पूर्व बंधुवा मजदूर के रूप में मॉरीशस गए भारतीय मूल के लोगों ने अपनी पहचान को नहीं छोड़ा और अनवरत संघर्ष करके वहां अपनी सरकार स्थापित की। मॉरीशस और भारत आपस में बड़े और छोटे भाई जैसे हैं। वे बृहस्पतिवार को मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा आयोजित समान समारोह में बोल रहे थे। मातृभूमि सेवा मिशन द्वारा उन्हें सांस्कृतिक सेतु की भूमिका निभाने के लिए मातृभूमि गौरव समान से नवाजा गया। सुरेश रामबर्ण ने समारोह में उपस्थित ¨हदी के विद्वानों व अन्य लोगों को अगस्त में मॉरीशस में होने वाले अंतरराष्ट्रीय ¨हदी सम्मेलन का निमंत्रण भी दिया। मातृभूमि सेवा मिशन के संयोजक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने अंतरराष्ट्रीय ¨हदी समेलन में मिशन की तरफ से प्रतिनिधिमंडल भेजने का प्रस्ताव स्वीकार किया।

सुरेश रामबर्ण ने कहा कि भारत मॉरीशस के लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। भारत हमारे पूर्वजों की जन्म भूमि है। जब भारत में कुछ भी कष्ट होता है तो मॉरीशस को आंतरिक पीड़ा होती है। मॉरीशस लघु भारत के समान है। मॉरीशस दुनिया के सबसे खुबसूरत द्वीपों में से एक है। समारोह को संबोधित करते हुए मिशन के संयोजक डॉ. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा कि मॉरीशस भारतीय संस्कृति और संस्कार की धरोहर है। मॉरीशस के कण-कण में भारत है। कार्यक्रम में डॉ. रानी रामबर्ण को भी शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर ¨हदू सुरक्षा समिति के प्रदेशाध्यक्ष रामेश्वर चहल, बीएसएनएल के पूर्व उपमंडल अधिकारी धर्मपाल सैनी उपस्थित रहे।

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