आसमान में छाए बादल, किसानों की बढ़ी चिता
गेहूं की फसल खेत में तैयार खड़ी है और मंगलवार को सुबह ही आसमान में बादल छा गए हैं। आसमान में बादलों को देखकर किसानों की चिता बढ़ गई है। मौसम का यह बदलाव फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है। पिछले कई दिनों से फसल तैयार होने पर किसानों ने गेहूं की कटाई का काम शुरू कर दिया है।
जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : गेहूं की फसल खेत में तैयार खड़ी है और मंगलवार को सुबह ही आसमान में बादल छा गए हैं। आसमान में बादलों को देखकर किसानों की चिता बढ़ गई है। मौसम का यह बदलाव फसलों को नुकसान पहुंचा सकता है। पिछले कई दिनों से फसल तैयार होने पर किसानों ने गेहूं की कटाई का काम शुरू कर दिया है। जिला भर में कई जगह खेतों में गेहूं की फसल कटी पड़ी है और कुछ किसानों की गेहूं कटाई के बाद अनाज मंडी में पहुंच गई है। हालांकि गेहूं में नमी के चलते अभी खरीद में तेजी नहीं आ पाई है। लेकिन किसानों को डर है कि यह बेमौसमी बरसात खेतों के साथ-साथ मंडी में भी गेहूं को नुकसान पहुंचा सकती है। मौसम विशेषज्ञों ने अभी दो दिन तक मौसम इसी तरह रहने का अंदेशा जताया है।
जिला भर में एक लाख 18 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खड़ी गेहूं की फसल में ज्यादातर पकने को तैयार है। तीन चार फीसद किसानों ने कटाई का काम भी शुरू कर दिया है। ऐसे मौसम में आसमान में छाए बादल किसानों की धड़कन बढ़ा रहे हैं। मंगलवार को सुबह से ही आसमान में बादल हैं। मौसम विशेषज्ञों ने अगले 24 घंटों तक आसमान में बादल रहने के साथ-साथ कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी का भी अनुमान जताया है। ऐसे में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रहा है। हल्की बूंदाबांदी होने पर आने वाले दिनों में इसके दो डिग्री तक कम होने की उम्मीद जताई जा रही है। हवा की गति भी 18 किलोमीटर प्रतिघंटा रही है।
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खेत के साथ मंडी में भी हो सकता है नुकसान
प्रगतिशील किसान महावीर सिंह ने बताया कि इन दिनों की बारिश में खेत के साथ-साथ अनाज मंडी में पड़ी गेहूं को भी नुकसान हो सकता है। बारिश होते ही कटाई का काम प्रभावित होगा। अगर बारिश अधिक होती है हाथ से कटाई की गई गेहूं के बंडल भीगने से थ्रेशर से निकालने में भी दिक्कत आएगी। अनाज मंडी गेहूं भीगने पर इसमें नमी और बढ़ेगी। इससे खरीद में परेशानी खड़ी होगी।