स्वच्छ सैनिक के रूप में अधिकारी करेंगे काम : सुमेधा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने कहा कि खुले से शौचमुक्त जिला बनाने

By Edited By: Publish:Tue, 30 Aug 2016 12:35 AM (IST) Updated:Tue, 30 Aug 2016 12:35 AM (IST)
स्वच्छ सैनिक के रूप में अधिकारी करेंगे काम : सुमेधा

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने कहा कि खुले से शौचमुक्त जिला बनाने के लिए डीसी, एडीसी, एसडीएम सहित तमाम अधिकारी गांव और शहर में जाकर स्वच्छ सैनिक के रूप में काम करेंगे। अभियान से जुड़े लोग 40 दिन का लक्ष्य लेकर चलेंगे। मुहिम को कारवां का रूप देने के लिए 104 मोटिवेटर की 10 टीमों का गठन किया गया हैं। इन मोटिवेटर को प्रशिक्षण देने के लिए फीडबैक फाउंडेशन से डॉ. अजय सिन्हा की टीम को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया हैं।

उपायुक्त सुमेधा सोमवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के सभागार में डीआरडीए की तरफ खुले में शौचमुक्त अभियान को लेकर आयोजित मोटिवेटर के प्रशिक्षण शिविर को संबोधित कर रही थी। इससे पहले जिला सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी कार्यालय के थानेसर भजन पार्टी लीडर दिलावर शर्मा व कलाकार राजकुमार, राजकुमार शर्मा व ड्रामा निरीक्षक गुलाब ¨सह ने खुले से शौचमुक्त विषय पर आधारित लोक गीतों की प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि 2 अप्रैल 2008 में कुरुक्षेत्र के गांवों को निर्मल बनाने का अभियान शुरू किया था, इस अभियान के तहत 303 गांवों को निर्मल गांव बनाया गया था। यह सभी गांव खुले से शौचमुक्त बनाए गए थे, लेकिन लोगों की मानसिकता में बदलाव न आने के कारण आज स्थिति और अधिक खराब हो गई हैं। आंकड़ों पर नजर डाले तो जिले के 89 गांव ही अब खुले से शौचमुक्त बताए जा रहे हैं, लेकिन हकीकत इससे भी परे हैं।

गांव में जाकर भूलना होगा अपना पद

फीडबैक फांउडेशन के अधिकारी डॉ. अजय सिन्हा ने कहा कि खुले में शौचमुक्त जिला बनाना है तो सबसे पहले अधिकारियों को गांव में जाकर अपने पद और जाति को भूलना होगा। पद और जाति आम नागरिक को दूर करती हैं। जब आदमी दिल से इस कार्य को करेगा तो निश्चित ही आम आदमी को अपने साथ जोड़ पाएगा। उन्होंने कहा कि मोटिवेटर स्वच्छता अभियान को सबसे पहले अपने घरों से शुरू करेंगे। इसके पश्चात क्षेत्र में जाकर लोगों को जागृत करेंगे।

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