मिठाई के दाम पर बिक रहे गत्ते के डिब्बे

संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : त्योहारी दौर में दुकानदार गत्ते को डिब्बे को मिठाई के दाम पर ब

By JagranEdited By: Publish:Sun, 04 Nov 2018 06:22 PM (IST) Updated:Sun, 04 Nov 2018 06:22 PM (IST)
मिठाई के दाम पर बिक रहे गत्ते के डिब्बे
मिठाई के दाम पर बिक रहे गत्ते के डिब्बे

संवाद सहयोगी, इस्माईलाबाद : त्योहारी दौर में दुकानदार गत्ते को डिब्बे को मिठाई के दाम पर बेच रहे हैं। ऐसा कर प्रशासन की नाक तले ग्राहकों को चूना लगाया जा रहा है। इस मामले में प्रशासन केवल तमाशबीन की भूमिका निभा रहा है।

जागो ग्राहक जागो का नारा देने वाले अधिकारी अब शायद खुद सो गए हैं। यही कारण है कि वजन में भारी गत्ते को मिठाई के दाम पर बेचा जा रहा है। इस समय त्योहारी दौर चरम पर है। बाजार में मिठाई दो सौ से नौ सात सौ रुपये किलोग्राम के दाम पर बिक रही है। इस मिठाई को दुकानदार डिब्बे सहित तोलकर दे रहे हैं। दुकानदार बड़ी चतुराई से डिब्बे के ढक्कन तक को मिठाई संग तोल रहे हैं। यहीं बस नहीं होती महंगा ड्राई फ्रूट तक डिब्बे सहित एक या दो किलोग्राम में पै¨कग कर धड़ल्ले से बेचा जा रहा है। महज दस रुपये प्रति किलोग्राम का गत्ता ग्राहकों को पै¨कग के नाम पर मोटे दाम पर बेचा जा रहा है, जबकि नियम यह है कि दुकानदार मिठाई के साथ डिब्बे का दाम अलग से ले सकता है। इसे मिठाई के दाम पर नहीं बेच सकता है, मगर प्रशासन की निष्क्रियता के चलते ग्राहक मन मसोस कर रह जाता है। ग्राहक को जागरूक करने वाली सरकारी मशीनरी तक सुस्त पड़ी है।

फोटो संख्या : 18

विभाग सोया : संजीव समाजसेवी संजीव धवन कहते हैं कि त्योहारी दौर में काफी ग्राहक दस से बीस की संख्या में मिठाई के डिब्बे लेते हैं। ऐसे ग्राहक को तो दुकानदार मिठाई के दाम पर दो किलोग्राम गत्ता ही चिपका देता है। धवन का कहना है कि जागो ग्राहक जागो ग्राहक का नारा देने वाला विभाग खुद सोया हुआ है। धवन का कहना है कि माप तोल विभाग को संज्ञान लेकर दुकानदारों के कांटे तक चेक करने चाहिए।

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