हाड़ कंपा देने वाली ठंड से थमा जन-जीवन, खुले आसमान के नीचे गोवंश रहा ठिठुर

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : हाड़ कंपा देने वाली ठंड से जन-जीवन थम गया है तो मथाना गो

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Dec 2017 12:54 AM (IST) Updated:Sun, 17 Dec 2017 12:54 AM (IST)
हाड़ कंपा देने वाली ठंड से थमा जन-जीवन, खुले आसमान के नीचे गोवंश रहा ठिठुर
हाड़ कंपा देने वाली ठंड से थमा जन-जीवन, खुले आसमान के नीचे गोवंश रहा ठिठुर

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र :

हाड़ कंपा देने वाली ठंड से जन-जीवन थम गया है तो मथाना गोशाला में ठंड गोवंश पर कहर बरपा रहा है। दर्जनों गाय व बछड़े बीमार हो चुके हैं। पारा लगातार लुढ़कता जा रहा है, लेकिन गोशाला में ठंड से बचाव के पुख्ता प्रबंध नहीं हैं। खुले आसमान के नीचे गोवंश को ठंड अपनी चपेट में ले रही है। गोवंश के बीमार होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। शनिवार को चिकित्सकों की टीम ने 40 पशुओं खून नमूने लिए, जिन्हें जांच के लिए रोहतक भेजा जाएगा।

ठंड का असर जन-जीवन पर इतना दिखाई दे रहा है कि सायं चार बजे ही लोग घरों में दुबकने शुरू हो जाते हैं। सायं पांच बजे सड़कों पर इक्का-दुक्का वाहन ही दिखाई दिए। सुबह के समय धुंध का असर यातायात पर पड़ा। आधा दर्जन ट्रेनें निर्धारित समय से लेट पहुंची तो सड़कों पर वाहन चालकों को लाइटें जलाकर गतंव्य तक पहुंचना पड़ा। सुबह 8 बजे ²श्यता मात्र 10 से 20 मीटर थी। सूर्य देव ने दर्शन जरूर दिए, लेकिन शीत लहर के कारण कंपकंपी जारी रही।

यह रहा मौसम का हाल

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक श्याम ¨सह चौहान ने बताया कि शनिवार को अधिकतम तापमान 17.5 डिग्री सेल्सियस रहा है जो सामान्य से 6 डिग्री कम था। जबकि न्यूनतम तापमान भी सामान्य से एक डिग्री लुढ़क गया। न्यूनतम तापमान 7.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह के समय नमी की मात्रा 100 प्रतिशत एवं सायं के समय नमी की मात्रा 90 प्रतिशत रही। शीत लहर 8 से 10 किलोमीटर प्रति घंटा के हिसाब से चली। आगामी 24 घंटों में कड़ाकेदार ठंड से निजात मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। आगामी दिनों में धुंध से जन-जीवन प्रभावित होगा।

गोवंश की सुध लेने पहुंचे पशु चिकित्सक

चार गोवंश की मौत होने के बाद पशुपालन विभाग की नींद टूटी और गोशाला में पशु चिकित्सक डॉ. प्रवीण कुमार गोवंश की सुध लेने पहुंचे। दैनिक जागरण ने प्रमुखता से गोवंश की मौत के समाचार को प्रकाशित किया था। डॉ. प्रवीण की ओर से गोवंश की मौत को नेचुरल डेथ बताया था। हालांकि गोवंश की मौत ठंड के कारण हुई थी, जिस पर वे स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए थे। शनिवार को राजकीय पशु अस्पताल मथाना के पशु चिकित्सक डॉ. प्रवीण के नेतृत्व में खैरी के वीएलडीए मुल्तान ¨सह व वीएलडीए नरेंद्र कुमार गोवंश की जांच करने पहुंचे। पशु चिकित्सकों ने गोवंश की बीमारियों की जांच के लिए खून के नमूने लिए। गोवंश को पेट के कीड़ों एवं चिचड़ियों के इलाज के लिए दवाइयां दी गई तथा गोवंश के खान पान एवं सर्दी से बचाव के लिए गोशाला में कार्यरत कर्मचारियों को जानकारी दी गई। वहीं पूर्व सरपंच तेजपाल मथाना ने बताया कि गोशाला में गोवंश का ठंड से बचाव करने के लिए पुख्ता प्रबंध किए जा रहे हैं।

ये ट्रेन पहुंची निर्धारित समय से लेट

ट्रेन देरी

एएसआर-सीएसएमटी एक्सप्रेस 1.15 घंटे

मालवा एक्सप्रेस 1.50 घंटे

सरयू-यमुना एक्सप्रेस 1.30 घंटे

शाने पंजाब 20 मिनट

झेलम एक्सप्रेस 20 मिनट

गेहूं के लिए फायदेमंद

जिला कृषि उपनिदेशक डॉ. कर्मचंद ने बताया कि ठंड गेहूं के लिए फायदेमंद है। इससे गेहूं का फुटाव ज्यादा होगा। जिले में 1.18 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में गेहूं की बुआई की गई है।उन्होंने किसानों को सलाह दी कि किसान मौसम की अनुकुलता को देखते हुए ही गेहूं में ¨सचाई करें।

फोटो संख्या :

मटर व टमाटर के लिए नुकसानदायक

चौधरी चरण ¨सह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर एवं सब्जी विशेषज्ञ डॉ. सीबी ¨सह का कहना है कि ठंड मटर व टमाटर के लिए नुकसानदायक है। मटर व टमाटर की ग्रोथ रूक चुकी है। ठंड से बचाव के लिए सब्जी उत्पादक सब्जियों को पराली या तिरपाल के साथ ढकें। इसे ठंड का सीधा असर नहीं सब्जियों पर नहीं पड़ेगा। हालांकि गाजर, पालक, मैथी, मूली व शलगम को कोई नुकसान नहीं है।

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