बीमा क्षेत्र में प्रबंधन स्नातकों के रोजगार के प्रचुर अवसर : बोदला

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डीन फैकल्टी आफ कामर्स एंड मैनेजमेंट डा. भाग सिंह बोदला ने कहा कि कई विकासशील देशों की तुलना में भारत में बीमा क्षेत्र की पैठ कम है। ऐसे में यह क्षेत्र प्रबंधन स्नातकों के लिए रोजगार के प्रचुर अवसर प्रदान करता है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Mar 2021 06:17 AM (IST) Updated:Sun, 28 Mar 2021 06:17 AM (IST)
बीमा क्षेत्र में प्रबंधन स्नातकों के रोजगार के प्रचुर अवसर : बोदला
बीमा क्षेत्र में प्रबंधन स्नातकों के रोजगार के प्रचुर अवसर : बोदला

जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के डीन, फैकल्टी आफ कामर्स एंड मैनेजमेंट डा. भाग सिंह बोदला ने कहा कि कई विकासशील देशों की तुलना में भारत में बीमा क्षेत्र की पैठ कम है। ऐसे में यह क्षेत्र प्रबंधन स्नातकों के लिए रोजगार के प्रचुर अवसर प्रदान करता है। उन्होंने ये बात शनिवार को कुवि के इंस्टीट्यूट आफ मैनेजमेंट स्टडीज की ओर से बैंकिग, बीमा और वित्तीय क्षेत्र में समकालीन मुद्दों पर आयोजित आनलाइन राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन पर संबोधित करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को इस ओर ध्यान देना होगा। अब भारत में भी बीमा सेक्टर विकासशील देशों की तरह पांव पसार रहा है। उन्होंने कहा कि संगोष्ठी को शानदार सफलता मिली है। इस संगोष्ठी में 170 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए गए हैं । यह शोध पत्र 15 से अधिक राज्यों के प्रतिनिधियों से मिले हैं। राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन चार सत्र आयोजित किए गए। टाटा एआइ जनरल इंश्योरेंस वरिष्ठ उपाध्यक्ष रमेश टामक ने जनरल इंश्योरेंस के वितरण में हाल के घटनाक्रमों के बारे में जानकारी दी। गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के स्कूल आफ बिजनेस के निदेशक डा. कर्मपाल नरवाल और बायोकान लिमिटेड के वित्त प्रमुख अंकित गुप्ता ने प्रतिभागियों को वित्तीय क्षेत्र के समक्ष डिजिटलाइजेशन के दौर में उत्पन्न चुनौतियों के बारे में जानकारी दी। इसके साथ ही आनलाइन बैंकिग में शामिल जोखिम के बारे में ग्राहक जागरूकता की बढ़ती आवश्यकता पर भी जोर दिया। पीएनबी के डीजीएम विवेक मित्तल ने साइबर सुरक्षा और एनपीए प्रबंधन के दौरान सामने आने वाली चुनौतियों की जानकारी दी। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार से प्रो. सुनीता मैहला ने भी संगोष्ठी में विचार प्रस्तुत किए। इस मौके पर आइआइएम काशीपुर के डा. आशीष गर्ग, आइडीबीआई के महाप्रबंधक राजेंद्र चौहान, यूनिवर्सिटी स्कूल आफ मैनेजमेंट के अध्यक्ष डा. रमेश दलाल, डा. अनिल खटकड़, डा. राजन शर्मा, डा. सलोनी दीवान व डा. अर्चना चौधरी मौजूद रही।

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