प्रशिक्षण कार्यक्रम में दी लहसून की नवीनतम तकनीक की जानकारी

जागरण संवाददाता, करनाल : राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के क्षेत्रीय अनुसंधान के

By Edited By: Publish:Thu, 01 Dec 2016 06:39 PM (IST) Updated:Thu, 01 Dec 2016 06:39 PM (IST)
प्रशिक्षण कार्यक्रम में दी लहसून की नवीनतम तकनीक की जानकारी

जागरण संवाददाता, करनाल : राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र सलारू में चल रहे तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हो गया। जिसमें एकीकृत बागवानी विकास मिशन के अंतर्गत नवीनतम तकनीकी द्वारा सब्जियों का उत्पादन एवं कटाई उपरांत प्रबंधन''विषय पर मंथन किया गया। एनएचआरडीएफ के उपनिदेशक डा. बीके दुबे ने हरियाणा के विभिन्न जिलों से आए हुए 60 कृषकों का स्वागत किया एवं लहसून की नवीनतम तकनीक के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में आइएआरआइ के प्रधान वैज्ञानिक एवं प्रभारी डा. वीके पंडिता ने सब्जियों के उत्पादन पर जानकारी दी। जिला उद्यान अधिकारी डा. मदन लाल ने हरियाणा सरकार द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए कृषकों को लाभान्वित किया।

प्रशिक्षण के दूसरे दिन डा. अश्विनी कुमार, वैज्ञानिक, आइएआरआइ करनाल ने किसानों को टपका ¨सचाई द्वारा सब्जियों की खेती के बारे में जानकारी प्रदान की। इस क्रम में डा. कृष्ण कुमार वैज्ञानिक, घरौंडा ने पोली हाउस में सब्जियों की खेती के बारे में जानकारी प्रदान की। संस्था के सहायक निदेशक डा. सुजेय पांडेय ने सब्जियों में लगने वाले कीट एंव उसके रोकथाम के बारे में जानकारी प्रदान की। प्रशिक्षण के आखरी दिन डा. समर ¨सह, क्षेत्रीय निदेशक, उचानी ने गन्ने में सब्जियों की मिश्रित खेती करने की उन्नत तकनीक के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इसी क्रम डा. एमसी कांबोज ने मक्के एवं बेबीकार्न की खेती के बारे में किसानों को विस्तृत जानकारी दी। इस प्रशिक्षण में संस्था के वैज्ञानिक एचएन तिवारी, देशराज यादव, शशि कुमार ने किसानों को प्याज, लहसुन एवं गंठियों द्वारा खरीफ प्याज के बारे में बताया गया। किसानों को प्रक्षेत्र भ्रमण द्वारा लहसून एवं प्याज की नर्सरी के बारे में तकनीकी जानकारी प्रदान की गई। अंत में प्रशिक्षण के समापन समारोह में संस्था के उप-निदेशक डा. बीके दुबे ने आए हुए लोगों का धन्यवाद किया।

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