प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश दरकिनार रात में ही लगाने लगे सड़क पर पैच

प्रशासनिक अथॉरिटी किस तरह से सीएम के सामने खुद को सही ठहरा रहा है। शनिवार की रात इसका एक उदाहरण माल रोड पर देखने को मिला। यहां रात में भी काम चल रहा है। वह इसलिए क्योंकि सीएम मनोहर लाल को यहां 13 तारीख को आना है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 01:59 AM (IST) Updated:Mon, 12 Nov 2018 01:59 AM (IST)
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश दरकिनार रात में ही लगाने लगे सड़क पर पैच
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आदेश दरकिनार रात में ही लगाने लगे सड़क पर पैच

जागरण संवाददाता करनाल

प्रशासनिक अथॉरिटी किस तरह से सीएम के सामने खुद को सही ठहरा रहा है। शनिवार की रात इसका एक उदाहरण माल रोड पर देखने को मिला। यहां रात में भी काम चल रहा है। वह इसलिए क्योंकि सीएम मनोहर लाल को यहां 13 तारीख को आना है। इसलिए हाईवे अथॉरिटी ने यहां रात में ही काम लगा दिया। आकृति संस्था के अध्यक्ष अनुज सैनी ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने दस नवंबर तक निर्माण पर रोक लगा रखी है। शनिवार को रात 12 बजे तक यह आदेश भी लागू था, फिर भी निर्माण क्यों? उन्होंने बताया कि दिक्कत यह है कि अथॉरिटी के एजेंडे में आम आदमी नहीं है, सिर्फ सीएम को दिखाने के लिए ही रात में काम हो रहा है। लाइट न साफ सफाई, बस औपचारिकता पूरी हो रही थी

माल रोड पर लगे कर्मचारी अंधेरे में ही गड्ढों को भरने के काम में लगे हुए थे। इस दौरान वहां लाइट का कोई इंतजाम नहीं था। 20 के करीब कर्मचारियों ने अच्छे से साफ-सफाई किए बिना ही गड्ढों में बजरी डाल दी। रोड इंजीनिय¨रग विशेषज्ञ डॉ. अवतार ¨सह ने बताया कि इस तरह की बजरी कितने दिन रुकेगी, यह तो पैसे की बर्बादी है। उन्होंने बताया कि यह काम पब्लिक के पैसे का दुरुप्योग है। इसे रोका जाना चाहिए। किसानों पर जुर्माना और इन पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं

पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ. दीपक शर्मा ने सवाल किया कि यदि किसान खेत में आग लगाएं तो उस पर जुर्माना लगा दिया जाता है। उस पर तो सेटेलाइट से नजर रखी जा रही है। अब हाईवे अथॉरिटी क्या कर रही है, इस ओर ध्यान क्यों नहीं? रिपेयर का यह निर्णय कर्मचारियों ने तो लिया नहीं होगा, इसमें अधिकारी भी शामिल होंगे, फिर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं? वर्जन

मिश्रण एनसीआर क्षेत्र से बाहर से कर रहे है: प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएच

इधर प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएच विजय शर्मा ने बताया कि उन्हें पता है कि निर्माण कार्य पर रोक है। रिपेयर का मिश्रण बाहर तैयार किया जा रहा है। यहां सिर्फ इसे गड्ढों में डाला जा रहा है। उन्होंने बताया कि सीएम आ रहे हैं, इसलिए अच्छा नहीं लगता कि सड़क पर गड्ढे हो। इसी को ध्यान में रख कर यह काम किया जा रहा है । एनजीटी में पत्र लिखकर दी शिकायत

अनुज ने कहा कि निर्माण के नाम पर यहां मनमानी हो रही है। पहले तो माल रोड से पुराने पेड़ काट दिए। अब जबकि स्मॉग होने की वजह से सभी तरह के निर्माण पर रोक है, फिर रिपयेर क्यों? इससे यहीं लगता है कि शहर के आम आदमी की हेल्थ से यहां के अधिकारियों को कोई वास्ता नहीं है। अनुज ने बताया कि इस बाबत उन्होंने एनजीटी में पत्र लिखा है, इसमें मांग की कि कर्मचारियों और अधिकारियों की पहचान होनी चाहिए जो नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एक ओर तो एनडीआरआइ चौक पर उड़ रही धूल से निपटने का कोई इंतजाम नहीं हो रहा, वहां सारा दिन हद दर्जे का वायु प्रदूषण हो रहा है। इधर स्मॉग और धूल भरे माहौल को रिपेयर के नाम पर और ज्यादा खराब किया जा रहा है। इस पर कार्रवाई होनी चाहिए।

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