झमाझम बरसे बदरा, किसानों की सांसें अटकी

बीते दो दिनों से क्षेत्र में अनियमित मौसम के चलते रूक-रूक बूंदाबांदी हो रही थी। शुक्रवार बाद दोपहर कभी धूप तो कभी बादलों की छांव का सिलसिला चलता रहा। सायं करीब सवा चार बजे अचानक बूंदाबादी शुरू के साथ ही एक दो मिनट तक हल्की ओलावृष्टि शुरू हो गई। किसानों को खेतों में पकान के नजदीक पहुंची गेहूं की फसल की चिता सताने लगी। हांलाकि ओलावृष्टि नही के बराबर हुई लेकिन झमाझम बरसात गिरने लगी। कैथल रोड मुख्य बाजार कई जगहों पर पानी में डूब गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Mar 2020 08:17 AM (IST) Updated:Sat, 07 Mar 2020 08:17 AM (IST)
झमाझम बरसे बदरा, किसानों की सांसें अटकी
झमाझम बरसे बदरा, किसानों की सांसें अटकी

संवाद सूत्र, निसिग : बीते दो दिन से क्षेत्र में अनियमित मौसम के चलते रुक-रुककर बूंदाबांदी हो रही थी। शुक्रवार बाद दोपहर कभी धूप तो कभी बादलों की छांव का सिलसिला चलता रहा। सायं करीब सवा चार बजे अचानक बूंदाबांदी शुरू के साथ ही एक दो मिनट तक हल्की ओलावृष्टि शुरू हो गई। किसानों को खेतों में पकान के नजदीक पहुंची गेहूं की फसल की चिता सताने लगी। आंशिक ओलावृष्टि के बीच झमाझम बारिश हुई। कैथल रोड, मुख्य बाजार सहित कई जगह पानी भर गया। सड़क पर जमा बरसाती पानी ने नगरपालिका प्रशासन की निकासी के दावों की पोल खोल दी। लोगों को पानी से गुजरकर अपने गंतव्य तक जाना पड़ा। जबकि कई लोगों की बाइक पानी के बीच में ही बंद होने से परेशानी झेलनी पड़ी। क्षेत्र में भारी बरसात से गेहूं की फसल को लेकर किसान चितित है। उन्हें बारिस व तेज हवा में गेहूं के खेतों में बिछने का डर सता रहा है। खासकर उन किसानों को जिन्होंने कई दिन पहले ही गेहूं की सिचाई की थी। किसान रामभज, महेंद्र शर्मा, मामूराम, व दीनबंधू सहित अन्य का कहना था किे उन्हें गहरे खेतों में बारिश का पानी जमा होने से गेहूं के पौधे सूखने व फसल खेतों में बिछने का डर है।

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