चार साल पहले करनाल आए थे चंचल
जागरण संवाददाता करनाल भजन सम्राट नरेंद्र चंचल की यादों से कर्णनगरी का भी गहरा नाता रह
जागरण संवाददाता, करनाल: भजन सम्राट नरेंद्र चंचल की यादों से कर्णनगरी का भी गहरा नाता रहा है। चंचल यहां आखिरी बार करीब चार वर्ष पूर्व आए थे तो उनके भजनों और भेंटों ने सुनने वालों के मन पर हमेशा की तरह अलग ही छाप छोड़ी थी। चंचल के देहांत से दुखी उनके प्रशंसकों ने कहा कि वह हमेशा उनकी स्मृतियों में जीवंत बने रहेंगे।
चंचल करीब चार वर्ष पूर्व करनाल आये थे। उन्होंने मार्च 2017 में सेक्टर पांच स्थित मां झंडेवाली सेवा समिति की ओर से आयोजित मां की चौकी में शिरकत की थी। इस आयोजन से जुड़े और चंचल की स्मृतियों के साक्षी रहे नवीन भल्ला और जुगल बठला ने कहा कि नरेंद्र चंचल का करनाल से खास लगाव था। वह लोगों के दिलों में हमेशा जिदा रहेंगे।
उन्होंने बताया कि मां झंडेवाली सेवा समिति के सेवादारों की ओर से आयोजित चौकी में करनाल के करीब सौ सेवादारों के अलावा दिल्ली स्थित प्रसिद्ध मां झंडेवाली मंदिर के सैकड़ों सेवादार भी शामिल हुए थे। तब नरेंद्र चंचल ने अपने भजनों में असी मां दे द्वारा गए जी, चलो बुलावा आया है, एक तू सच्ची सरकार मां झंडेवाली आदि से भक्तों में जोश भर दिया था। मां झंडेवाली सेवा समिति के अध्यक्ष चंद्रवीर भाटिया ने तब उनका भव्य स्वागत किया था। करनाल में वर्ष में दो बार माता की भव्य एवं विशाल चौकियों का आयोजन किया जाता है। उक्त आयोजन में जुगल बठला, विनीत खेड़ा, नरेश गोयल, मोहित बत्रा, अनिल शर्मा, विक्की टंडन, सुदर्शन कंसल, मनोज बत्रा सहित महिला सेवादारों में ईशा बठला, उमा भारती, आशा आदि को भी बखूबी याद है कि चंचल के भजन सुनकर सब कितने मंत्रमुग्ध हो गए थे। उन्होंने कहा कि ऐसे महान गायक और मां के भक्त की यादें कभी नहीं मिट सकेंगी।