समय-समय पर करवाते रहें आंखों की जांच : डॉ. प्रतिमा

जागरण संवाददाता, करनाल : अपना विचार मंच की मासिक बैठक निर्मल धाम में प्रधान इंदूलेखा शर्मा क

By JagranEdited By: Publish:Sun, 25 Jun 2017 06:25 PM (IST) Updated:Sun, 25 Jun 2017 06:25 PM (IST)
समय-समय पर करवाते रहें आंखों की जांच : डॉ. प्रतिमा
समय-समय पर करवाते रहें आंखों की जांच : डॉ. प्रतिमा

जागरण संवाददाता, करनाल : अपना विचार मंच की मासिक बैठक निर्मल धाम में प्रधान इंदूलेखा शर्मा की अध्यक्षता में हुई। मुख्य अतिथि आई क्यू अस्पताल की डॉ. प्रतिमा रही। अस्पताल के नेत्र चिकित्सकों ने आंखों की बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक किया। डॉ. प्रतिमा ने बताया कि आंखों की बीमारियों का पता नहीं चल पाता। लेकिन जब बीमारी बढ़ती है तो छोटे-छोटे बच्चों की दृष्टि कमजोर होनी आरंभ हो जाती है। इसलिए हर किसी को समय-समय पर अपनी आंखों की जांच करवा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आने वाली 27 जून को आई क्यू अस्पताल में 10 बजे से लेकर सायं 6 बजे तक नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाएगा। अपना विचार मंच के सदस्यों ने इसके लिए कूपन बांटे। उन्होंने कहा कि कूपन लेकर निशुल्क जांच करवाई जा सकती है। मंच के स्वयं सुरक्षा ¨वग के प्रधान अधिवक्ता राजेश भारद्वाज अपनी टीम के साथ पहुंचे। दीपचंद व बबलू ने सिल्वर मेडल प्राप्त कर करनाल का नाम रोशन किया है। बैठक में सरोज कथूरिया, किरण, आरती, हर्ष, हरदयाल, जेपी ¨सह, गौरव शर्मा व देसराज गाबा उपस्थित रहे।

कल का अमीर था पर आज का भिखारी हूं..

इसके बाद कवियों ने अपनी कविताओं के माध्यम से विचार रखे। जगदीश आनंद ने कहा कल का अमीर था पर आज का भिखारी हूं, मुझको घर से निकाल मत बेटा तेरे बचपन की मैं सवारी हूं। सतीश मलिक ने कहा चुपके-चुपके रात दिन आंसू बहाना याद है। कुल¨जद्र ¨सह विर्क ने कहा कि ये वक्त रोके कब रुका अहसास में ढलता रहा। रवि भाटिया ने कहा बेटी बनकर आई हूं, बसेरा होगा कल मेरा किसी और के आंगन में। धीरज रावत ने कहा कोई ऐसी हवा चला रब्बा लुटेरे हैं रह ना जाण जान उत्ते। आनंद शर्मा ने कहा दिल का राजा हूं जेब से फकीर हूं, मिटा सके ना कोई मुझे ऐसी में लकीर हूं। मानव ने कहा मेरी इच्छा है आज मेरा घर देखा किस तरह करता हूं जीवन बसर देखा। पीडी कपूर ने कहा प्रजा की खातिर लड़ते राजा राम से रावण कृष्ण से कंश, आज के राजा के कव्वे होकर बनकर बैठ गए हैं हंस। शमां ने फिल्मी गीत गाते हुए कहा तुझे भुलाउं तो भुलाउं कैसे, जख्म जो तूने दिए हैं दिखाउं तो दिखाउं कैसे। किरण ने भक्तिभाव गीत प्रस्तुत किय

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