स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने के साथ ही किसानों को दी पांच हजार मासिक पेंशन

अखिल भारतीय किसान सभा इकाई कैथल व कलायत की अहम बैठक गांव बालू रापड़िया पट्टी चौपाल में हुई। बैठक की अध्यक्षता तहसील प्रधान रामकुमार नंबरदार ने की। पूर्व कर्मचारी नेता बलबीर सिंह ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू कर फसलों का डेढ़ गुना भाव दिया जाए और फसल के एक एक दाने की खरीद समर्थन मूल्य पर की जाए लेकिन दुख की बात है कि सरकार ने जो फसलों के मामूली रेट तय किए हैं उन पर भी मंड़ियों में फसल नहीं बिक रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 07 Apr 2019 07:10 PM (IST) Updated:Mon, 08 Apr 2019 06:26 AM (IST)
स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने के साथ ही किसानों को दी पांच हजार मासिक पेंशन
स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने के साथ ही किसानों को दी पांच हजार मासिक पेंशन

जागरण संवाददाता, कैथल : अखिल भारतीय किसान सभा इकाई कैथल व कलायत की अहम बैठक गांव बालू रापड़िया पट्टी चौपाल में हुई। बैठक की अध्यक्षता तहसील प्रधान रामकुमार नंबरदार ने की। पूर्व कर्मचारी नेता बलबीर सिंह ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू कर फसलों का डेढ़ गुना भाव दिया जाए और फसल के एक एक दाने की खरीद समर्थन मूल्य पर की जाए, लेकिन दुख की बात है कि सरकार ने जो फसलों के मामूली रेट तय किए हैं उन पर भी मंड़ियों में फसल नहीं बिक रही है। सरसों में साढे छह क्विंटल प्रति एकड़ जैसी शर्त लगाकर किसानों की बेकद्री की जा रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को पूर्ण कर्जा मुक्ति कर ऐसी नीति बनाई जाए जिससे दोबारा किसान को कर्जदार न होना पड़ा। 60 वर्ष से ऊपर किसान व मजदूरों के लिए पांच रुपये मासिक पेंशन की व्यवस्था की जाए। किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से दो दो हजार देकर असली मुद्दों से भटकाया जा रहा है। सभा के जिला प्रधान महेंद्र सिंह ने कहा कि किसान अपनी मांग मनवाना चाहते हैं तो उन्हें किसान समन्वय संघर्ष समिति के बैनर तले एक आकर आवाज को बुलंद करना होगा। उन्होंने कहा कि अकेले कलायत में 23 हजार से अधिक किसानों ने फसल खराब होने पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत आवेदन किया था। इन किसानों को तुरंत मुआवजा दिया जाए। कृषि ऋणों के नाम पर फर्जी पंजीकरणों पर रोक लगाई जाए। बैठक में गांव बालू, तारागढ़, कसान, चौशाला, रामगढ़ और बड़सीकरी से किसानों ने भाग लिया।

chat bot
आपका साथी