मंडियों में गेहूं की आवक के साथ खरीद भी हुई तेज

अनाज मंडियों में गेहूं की आवक तेज हो गई है। इसके बाद भी गेहूं की खरीद सुचारु रूप से नहीं हो पा रही है। मंगलवार को कैथल व गुहला मंडी में खरीद जरूर हुई। वही कुछ ढेरियों को मंडियों में रिजेक्ट कर दिया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 07 Apr 2021 06:31 AM (IST) Updated:Wed, 07 Apr 2021 06:31 AM (IST)
मंडियों में गेहूं की आवक के साथ खरीद भी हुई तेज
मंडियों में गेहूं की आवक के साथ खरीद भी हुई तेज

जागरण संवाददाता, कैथल: अनाज मंडियों में गेहूं की आवक तेज हो गई है। इसके बाद भी गेहूं की खरीद सुचारु रूप से नहीं हो पा रही है। मंगलवार को कैथल व गुहला मंडी में खरीद जरूर हुई। वही कुछ ढेरियों को मंडियों में रिजेक्ट कर दिया। खरीद एजेंसियों अधिकारियों ने गेहूं की नमी की मात्रा को अधिक बताते हुए खरीदने से इंकार कर दिया। ऐसे में किसानों की समस्या अब ओर बढ़ गई है। बता दें कि अब सरकार ने मंडी में गेहूं बेचने की प्रक्रिया में बदलाव कर दिया है। किसान की फसल जब पक कर तैयार हो जाए, मंडी में लेकर आ सकता है। एसएमएस की अब जरूरत नहीं है। 12 प्रतिशत नमी वाले गेहूं का गेट पास नमी जांचने के बाद मौके पर उपलब्ध करवा दिया जाएगा। जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के अनुसार कैथल जिले की अनाज मंडियों में अब तक 57 हजार 520 क्विटल गेहूं पहुंचा है, जिसकी खरीद तीन एजेंसियों ने की है। इसमें से 27660 क्विटल डीएफएससी ने, 29490 क्विटल हैफेड और 370 क्विटल वेयरहाउस ने खरीदी है। मंगलवार को 37 हजार 220 क्विटल गेहूं की आवक हुई।

डीएफएससी प्रमोद कुमार ने बताया कि गेहूं की खरीद शुरू हो चुकी है। परचेज सेंटरों पर भी एक दो दिन में खरीद शुरू कर दी जाएगी।किसी प्रकार की परेशानी किसानों को नहीं आने दी जाएगी। पूंडरी मंडी में खुले गेटों के ताले, पहुंची एक हजार क्विटल गेहूं

संवाद सहयोगी, पूंडरी: मंगलवार को पूंडरी मंडी न केवल मंडी के गेटों के ताले खुल गए, बल्कि वहां गेहूं भी पहुंचनी शुरू हो गई। हालांकि अभी तक पूंडरी मंडी में बारदाने को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंडी में करीब 1000 क्विटल के करीब गेहूं की आवक हुई। जिसमें से 450 क्विटल की बोली हुई और उसे साथ ही गेट पास देकर ढांड स्थित अडानी साइलो में भेज दिया गया। बता दे कि इस बार पूंडरी और रसीना के अलावा आस-पास की कई मंडियों को बारदाना मुक्त रखने की घोषणा प्रशासन द्वारा की गई है, लेकिन किसानों ने एसडीएम से मुलाकात कर ये मांग की थी कि जो किसान ढांड नहीं जा सकते वे अपना अनाज आस-पास की मंडियों में ही लाएंगे। इस पर एसडीएम ने उन्हें विश्वास दिलाया था कि किसानों को ये सुविधा दी जाएगी। उसके बावजूद पांच अप्रैल तक भी मंडियों में तालाबंदी देखने को मिल रही थी, लेकिन मंगलवार को न केवल मंडी के गेटों पर लगे ताले खुल गए। यूनियन के युवा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा कि वे किसी भी सुरत में मंडियों को खत्म नहीं होने देंगे।

मार्केट कमेटी सचिव दीपक कुमार ने बताया कि आज मंडी में करीब एक हजार क्विटल गेहूं आई और जिसमें 450 क्विटल गेहूं की बोली कर उसे अडानी में भेजा गया।

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