25 लाख की लागत से शहर में लगाए जाएंगे दो नए ट्यूबवेल

जागरण संवाददाता, कैथल : गर्मी के मौसम में शहर के लोगों के सामने पेयजल की समस्या दिनोंदिन गंभीर हो रह

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 May 2018 08:12 PM (IST) Updated:Wed, 09 May 2018 08:12 PM (IST)
25 लाख की लागत से शहर में  लगाए जाएंगे दो नए ट्यूबवेल
25 लाख की लागत से शहर में लगाए जाएंगे दो नए ट्यूबवेल

जागरण संवाददाता, कैथल : गर्मी के मौसम में शहर के लोगों के सामने पेयजल की समस्या दिनोंदिन गंभीर हो रही है। शहर के अलग-अलग क्षेत्रों से लोग रोजाना इसके विरोध में रोष प्रकट कर रहे। शिकायतें देकर विभाग को परेशानी से छुटकारा दिलाने की मांग कर रहे हैं। जन समस्या को देखते हुए अब विभाग ने शहर में दो नए ट्यूबवेल लगाने का निर्णय लिया है। इसके लिए शहर की उन दो जगहों को चुना गया है, जहां पानी की किल्लत ज्यादा बनी हुई है।

विभाग की ओर से एक ट्यूबवेल जींद रोड पर मॉडल टाउन में और दूसरा करनाल रोड के साथ लगते सुभाष नगर में लगाया जाना है। गौरतलब है कि सुभाष नगर के और फ्रैंड्स कॉलोनी में पिछले काफी समय से पेयजल की समस्या बनी हुई है। कॉलोनी के लोग इस बारे संबंधित विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों को भी अवगत करवा चुके हैं। अब जल्द ही ट्यूबवेल लगने से लोगों को पेयजल संकट से राहत मिलेगी।

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25 लाख रुपये से होगा काम शुरू :

विभाग की ओर से लगाए जाने वाले इन ट्यूबवेलों के लिए करीब 25 लाख रुपये का बजट बनाया गया है। गत सप्ताह ही इस काम को विभाग की ओर से अप्रूवल मिली है। ट्यूबवेल को काम जन स्वास्थ्य विभाग की मैकेनिकल ¨वग करेगी। इसके लिए विभाग जल्द ही टेंडर लगाएगा, जिसके बाद काम शुरू किया जाएगा।

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जगह की कमी आ रही आड़े :

हालांकि विभाग ट्यूबवेल लगाने के लिए पूरी तरह से तैयार है, लेकिन उन्हें लगाने के लिए जगह उपलब्ध न होने से कार्य अधर में लटका है। न तो क्षेत्र के लोगों की ओर से इनके लिए जगह उपलब्ध करवाई जा रही है और न ही नगर परिषद की खाली जमीन मिल रही है। जगह न मिलने से दोनों क्षेत्रों के निवासी और विभाग बेबस नजर आ रहे हैं।

वर्जन :

शहर के लोगों की पेयजल से संबंधित को देखते हुए विभाग ने दो ट्यूबवेल लगाने का निर्णय लिया है। इन दोनों स्थानों पर जगह न मिलने के कारण कार्य रूका हुआ है। विभाग अपने स्तर पर जगह उपलब्ध करवाने के लिए भी प्रयास कर रहा है ताकि लोगों की समस्या का जल्द से जल्द समाधान हो सके। शहर के लोगों को भी इस ओर प्रयास करना चाहिए, जिससे काम जल्द शुरु हो जाए।

- प्रदीप कुमार, एसडीई जन स्वास्थ्य विभाग।

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