दो अरब 14 लाख रुपये के बिजली बिलों में से हुई महज 16 लाख की रिकवरी

जागरण संवाददाता कैथल बिजली निगम में डिफाल्टर हुए उपभोक्ताओं को कनेक्शन देने के उद्देश्य

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 05:38 PM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 05:38 PM (IST)
दो अरब 14 लाख रुपये के बिजली बिलों में से हुई महज 16 लाख की रिकवरी
दो अरब 14 लाख रुपये के बिजली बिलों में से हुई महज 16 लाख की रिकवरी

जागरण संवाददाता, कैथल : बिजली निगम में डिफाल्टर हुए उपभोक्ताओं को कनेक्शन देने के उद्देश्य से निगम द्वारा सरचार्ज ब्याज माफी योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत कुल 25 हजार कनेक्शनों से दो अरब 14 लाख रुपये राशि वसूली जानी थी। यह राशि ब्याज माफी के बाद बनती थी। यह योजना 30 नवंबर को समाप्त हो चुकी है। इस योजना के तहत जिले में बहुत कम लोगों ने लाभ उठाया है। इस योजना के तहत पूरे जिले में कुल दो अरब 36 लाख रुपये में से केवल 353 कनेक्शनों की महज 15.99 लाख रुपये की राशि ही जमा हुई है। बता दें कि निगम द्वारा इस योजना के तहत डिफाल्टर हुए उपभोक्ता को उनके बकाया रहे बिल पर ब्याज माफी योजना की सुविधा दी गई, लेकिन इस योजना में बहुत कम उपभोक्ताओं ने अपनी रूचि दिखाई।

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निगम ने घाटा उबारने को शुरू की योजना, नहीं मिला कोई लाभ :

बिजली निगम के मुख्यालय द्वारा सरचार्ज ब्याज माफी योजना को निगम ने घाटा उबारने के उद्देश्य से शुरू किया था, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। इसका निगम को कोई लाभ नहीं मिल पाया है। इसमें निगम के डिफाल्टर हुए काफी कम लोगों ने रूचि दिखाई है। अब योजना समाप्त हो चुकी है तो इसका लाभ भी डिफाल्टर हुए उपभोक्ताओं को नहीं मिलेगा।

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इस प्रकार से वसूली गई राशि :

कनेक्शन के प्रकार कनेक्शनों की संख्या राशि वसूली शहरी 2345 1.15 लाख ग्रामीण 19431 12.44 लाख एनडीएस 3181 1.06 लाख एग्रीकल्चर 643 ---

एलटी इंडस्ट्री 1.34 लाख

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बिजली निगम द्वारा अभियान चला पकड़ी जाती है चोरी :

बता दें कि गर्मी हो या सर्दी, हर सीजन में बिजली निगम द्वारा चोरी पकड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जाता है। इस बार भी गर्मी के सीजन में दो बार अभियान चलाया गया है। जिसमें ढाई करोड़ रुपये से अधिक का जुर्माना लगाया गया था। इसके साथ ही बिजली निगम द्वारा समय-समय पर अभियान चलाकर डिफाल्टर हुए उपभोक्ताओं के कनेक्शन भी काटे जाते हैं। बता दें कि वर्ष 2014 के बाद से सरकार द्वारा खेतों में दिए जाने वाले ट्यूबवेल के कनेक्शन भी बंद किए हैं। जबकि इससे पहले लगे कनेक्शनों का बिल अधिक होने की स्थिति में भी कई किसानों द्वारा बिल नहीं भरे गए हैं। पूरे जिले में 643 कनेक्शन ऐसे हैं। जो बिल न भरने की स्थिति में काटे जा चुकी हैं। इन पर निगम का एक करोड़ 64 लाख रुपये का बकाया है। सरचार्ज की ब्याज माफी योजना में एक भी कनेक्शन की बिल की राशि जमा नहीं हुई है।

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बिजली निगम ने इस वर्ष पकड़ी सवा तीन करोड़ रुपये की चोरी :

बिजली निगम द्वारा इस वर्ष बिजली चोरों पर शिकंजा कसने के लिए दो बार विशेष अभियान चलाकर चोरी पकड़ी हैं। गर्मी में निगम द्वारा शुरूआत में 10 व 11 जुलाई और फिर बाद में गर्मी के अंत में 25 व 26 अक्टूबर को चोरी पकड़ो अभियान चलाया था। निगम द्वारा जुलाई में दो दिनों में 74 मामलों में सवा करोड़ रुपये व अक्टूबर में 260 मामलों में ढाई करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला था। इसी प्रकार से बिजली निगम में अक्टूबर माह में सबसे अधिक 1600 जगह पर छापेमारी की थी। इस दौरान 12 उपमंडलों की 28 टीमों ने छापेमारी कार्रवाई की थी। इस प्रकार से बिजली निगम द्वारा इस साल दो बार चलाए गए अभियान के तहत सवा तीन करोड़ रुपये की राशि वसूली है। निगम की यह पिछले दो सालों की सबसे बड़ी बिजली चोरों के खिलाफ की गई कार्रवाई रही।

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बिजली निगम के मुख्यालय द्वारा डिफाल्टर उपभोक्ताओं को उनके कनेक्शन रिस्टोर करने व उनसे बकाया राशि वसूलने के उद्देश्य से निगम ने सरचार्ज माफी योजना को शुरू किया गया था। यह योजना 30 नवंबर को समाप्त हो चुकी है। इस योजना के तहत करीब 16 लाख रुपये की राशि वसूली गई है। इस योजना के तहत आगे जैसे भी आला अधिकारियों द्वारा आदेश जारी किए जाएंगे। उसी अनुसार कार्य किया जाएगा।

बीएस रंगा, अधीक्षक अभियंता, उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम, कैथल।

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