पार्किंग समस्या का समाधान नवनियुक्त विधायक के लिए सबसे बड़ी चुनौती

विधानसभा क्षेत्र कैथल से नवनियुक्त विधायक लीला राम के सामने शहर का विकास करवाने की बड़ी चुनौती होगी। पिछले पांच साल में शहर में कोई भी बड़ा काम नहीं हो सका। करीब एक साल पहले पुराने बस स्टैंड पर करीब 38 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले बैंक व सिटी स्क्वेयर का काम शुरू हुआ था

By JagranEdited By: Publish:Sat, 26 Oct 2019 09:19 AM (IST) Updated:Sat, 26 Oct 2019 09:19 AM (IST)
पार्किंग समस्या का समाधान नवनियुक्त विधायक के लिए सबसे बड़ी चुनौती
पार्किंग समस्या का समाधान नवनियुक्त विधायक के लिए सबसे बड़ी चुनौती

जागरण संवाददाता, कैथल : विधानसभा क्षेत्र कैथल से नवनियुक्त विधायक लीला राम के सामने शहर का विकास करवाने की बड़ी चुनौती होगी। पिछले पांच साल में शहर में कोई भी बड़ा काम नहीं हो सका। करीब एक साल पहले पुराने बस स्टैंड पर करीब 38 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले बैंक व सिटी स्क्वेयर का काम शुरू हुआ था। भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद छह महीने से यह काम भी बंद है। शहर की सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की है। पार्किंग न होने के कारण शहर में जाम की स्थिति रहती है और सड़कों पर अतिक्रमण रहता है। मुख्य बाजारों से पैदल निकलना भी मुश्किल है। इसके अलावा शहर के वार्डों में सीवरेज समस्या का समाधान करवाना भी बड़ी समस्या है। नागरिक अस्पताल में डॉक्टरों की कमी को दूर करना भी सबसे जरूरी है। नहरी पानी की सप्लाई भी शहर के सभी वार्डों तक नहीं पहुंच रही है। शहर में करीब 15 अवैध कॉलोनियां है उनमें विकास कार्य करवाने की भी बड़ी चुनौती होगी। रोडवेज डिपो में बसों की कमी होने के कारण कुछ गांवों तक बसें नहीं पहुंच पा रही हैं। बसों की समस्या को खत्म करना भी विधायक के सामने चुनौती होगी।

पेयजल व सीवर व्यवस्था दुरुस्त करनी जरूरी

कलायत से विधायिका बनी कमलेश ढांडा के सामने सबसे बड़ी चुनौती पेयजल व सीवरेज व्यवस्था को दुरुस्त करना है। गांव में खेल स्टेडियम बनवाने व कलायत में सीसीटीवी कैमरे लगाने की चुनौती भी होगी। क्षेत्र के खेतों में सिचाई के लिए नहरी पानी की सुविधा व राजौंद क्षेत्र में राजकीय कॉलेज खुलवाने की लोगों की मुख्य मांग है। सरकारी स्कूलों में अध्यापकों की नियुक्ति व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकों की नियुक्ति करवाना भी बड़ चुनौती होगी। जनता से वोट मांगते हुए इन सभी समस्याओं का प्रमुखता समाधान करने का वादा किया गया था।

पूंडरी को सब डिविजन का दर्जा दिलवाना बड़ी चुनौती

पूंडरी से आजाद विधायक बने रणधीर गोलन के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में सुविधा, गंदे पानी की निकासी, रोडवेज बस डिपो बनाना, सरकारी कॉलेज खोलने की भी कड़ी चुनौती रहेगी। इसके अलावा हर गांव में खेल स्टेडियम खोलने, पार्किंग स्थल बनवाने, हुडा सेक्टरों में समस्याओं का समाधान करवाने की भी जरूरत है। इन सब मुद्दों का समाधान करवाने का आश्वासन देकर ही जनता से वोट मांगे गए थे। इसके अलावा पूंडरी को सब डिविजन का दर्जा दिलाने की चुनौती होगी।

नशे के कारोबार को खत्म करना बड़ी चुनौती

गुहला से जजपा से विधायक बने ईश्वर सिंह के सामने गुहला क्षेत्र से नशे की समस्या को खत्म करना सबसे बड़ी चुनौती होगी। पंजाब से सटा होने के कारण इस क्षेत्र में नशे का खूब कारोबार होता है। घग्गर पार के गांवों को बाढ़ से बचाने के उचित प्रबंध करने होंगे। वहां शिक्षा व स्वास्थ्य की सेवाएं देने की चुनौती होगी। विभिन्न गांव से निकल रही सरस्वती ड्रेन की सफाई व सीवन में बस स्टैंड खोलने की मांग को भी पूरा करना जरूरी होगा।

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