सीवर बंद, एक मशीन के भरोसे शहर की व्यवस्था

शहर के रिहायशी क्षेत्र में बंद पड़े सीवर और मेनहोलों से ओवरफ्लो हो रहा गंदा पानी लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है। जिन स्थानों पर यह समस्या ज्यादा है वहां के निवासियों के लिए गलियां से निकलना दूभर हो गया है। हालांकि सीवरेज की सफाई की लिए विभाग की ओर से हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं लेकिन समस्या ज्यों की त्यों है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Mar 2019 10:17 AM (IST) Updated:Mon, 11 Mar 2019 10:17 AM (IST)
सीवर बंद, एक मशीन के भरोसे शहर की व्यवस्था
सीवर बंद, एक मशीन के भरोसे शहर की व्यवस्था

जागरण संवाददाता, कैथल :

शहर के रिहायशी क्षेत्र में बंद पड़े सीवर और मेनहोलों से ओवरफ्लो हो रहा गंदा पानी लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है। जिन स्थानों पर यह समस्या ज्यादा है, वहां के निवासियों के लिए गलियां से निकलना दूभर हो गया है। हालांकि सीवरेज की सफाई की लिए विभाग की ओर से हर वर्ष करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों है।

इस समय शहर में जन स्वास्थ्य विभाग की ओर से करीब 277 किलोमीटर लंबी सीवरेज की लाइन बिछाई गई है, लेकिन इसकी देखरेख के लिए मात्र 27 कर्मचारी ही विभाग के पास हैं। शहरवासियों का कहना है कि विभाग की ओर से लगाए गए सीवरमैन सीवर की देखरेख के लिए पर्याप्त नहीं हैं। जब भी वे विभाग को बंद सीवरेज की शिकायत करते हैं तो उन्हें ज्यादातर एक ही जवाब मिलता है कि कर्मचारी किसी दूसरी जगह पर काम से गए हुए हैं। वहां का कार्य होने के बाद ही समस्या का समाधान करवाया जाएगा। ऐसे में लोगों को परेशानी से निजात नहीं मिल रही।

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विभाग के पास एक ही सफाई मशीन

सीवरेज सफाई के लिए विभाग के पास मात्र एक ही मशीन है। वह भी कई बार खराब पड़ी रहती है, जिससे विभाग के पास आने वाली शिकायतों का भी सही समय पर समाधान नहीं हो पाता। विभाग के पास रोजाना करीब 30 से 35 शिकायतें इस समस्या को लेकर पहुंच रही हैं। जनवरी महीने में नगर पार्षदों ने भी बदहाल सीवरेज को लेकर विभाग के कार्यालय के बाहर धरना दिया था, लेकिन उसके बाद भी लोगों को कोई बड़ी राहत नहीं मिल पाई। लोगों का आरोप है कि वे विभाग के कार्यालय में लिखित रूप से भी शिकायत दे चुके हैं, लेकिन फिर भी सीवरेज बंद पड़े हैं।

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इन जगहों पर ज्यादा दिक्कत :

शहर में बड़ी देवी मंदिर के साथ लगती सड़क, चंदाना गेट, शिवनगर, शक्ति नगर, जनकपुरी कॉलोनी व राम नगर के साथ कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां वर्षभर यह समस्या रहती है। रामनगर निवासी रोहताश, नाथाराम, सोनू, बाला देवी, प्रवीन, मनोज व पवन ने बताया कि उनकी गली में पिछले करीब छह वर्षों से यह समस्या है। संबंधित अधिकारी शिकायतों के बाद भी इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहे।

बॉक्स : समस्या का समाधान किया जा रहा

जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता वीके गुप्ता ने कहा कि शिकायत मिलते ही लोगों की समस्या का समाधान किया जा रहा है। मौके पर कर्मचारियों को भेजकर सीवर खुलवाए जा रहे हैं। विभाग का प्रयास रहता है कि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।

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