राम भरोसे बस स्टैंड पर खड़ी 400 बाइकें, साइकिल स्टैंड का ठेका खत्म

बस स्टैंड पर वाहन पार्किग का ठेका 30 जून को खत्म हो गया। ठेका खत्म होते ही रोडवेज कर्मचारियों ने ठेकेदार को पार्किंग में बाइकें खड़ा करवाने से मना कर दिया। कर्मचारियों ने ताला लगा दिया है और एक कर्मचारी वहां बैठा दिया है ताकि जो बाइकें पहले ही पार्किंग में खड़ी हैं उन्हें निकाला जा सके। सोमवार सुबह रोजाना की तरह लोग अपने वाहन लेकर बस स्टैंड की साइकिल पार्किंग में पहुंचे तो कर्मचारियों ने वाहन खड़ा नहीं करने दिया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 02 Jul 2019 09:37 AM (IST) Updated:Wed, 03 Jul 2019 06:33 AM (IST)
राम भरोसे बस स्टैंड पर खड़ी 400 बाइकें, साइकिल स्टैंड का ठेका खत्म
राम भरोसे बस स्टैंड पर खड़ी 400 बाइकें, साइकिल स्टैंड का ठेका खत्म

जागरण संवाददाता, कैथल : बस स्टैंड पर वाहन पार्किग का ठेका 30 जून को खत्म हो गया। ठेका खत्म होते ही रोडवेज कर्मचारियों ने ठेकेदार को पार्किंग में बाइकें खड़ा करवाने से मना कर दिया। कर्मचारियों ने ताला लगा दिया है और एक कर्मचारी वहां बैठा दिया है, ताकि जो बाइकें पहले ही पार्किंग में खड़ी हैं उन्हें निकाला जा सके। सोमवार सुबह रोजाना की तरह लोग अपने वाहन लेकर बस स्टैंड की साइकिल पार्किंग में पहुंचे तो कर्मचारियों ने वाहन खड़ा नहीं करने दिया। ऐसे में लोगों ने पार्किंग के पास और बस स्टैंड में जहां जगह मिली वहां बाइक खड़ी कर दी। करीब 400 बाइक अब राम भरोसे हैं। लोगों का कहना था कि अगर ठेका खत्म हो रहा था तो पहले ही नया ठेका देने के लिए प्रक्रिया शुरू कर देनी थी। बता दें कि पार्किंग का ठेका तीन साल के लिए दिया गया था। करीब एक लाख 60 हजार रुपये महीना ठेकेदार विभाग को देता था। इस बार अधिकारियों ने ठेके के लिए बोली करवाई, लेकिन रेट ठीक न आने के कारण नया ठेका नहीं छोड़ा जा सका। परेशान रहे वाहन खड़ा करने आए लोग

रोजाना की तरह दूसरे जिलों में या आस-पास बस से जाने वाले यात्री अपने वाहनों के साथ बस स्टैंड पर पहुंचे। पार्किग स्थल पर गए तो वहां ताला लगा मिला। लोगों को मजबूरी में स्टैंड के आस-पास या यहां वहां बाइक खड़ी करनी पड़ी। लोगों को बाइक खड़ा करने के लिए 12 घंटे दस रुपये व 24 घंटे के लिए 20 रुपये देने पड़ते थे। लोगों ने रोडवेज विभाग के खिलाफ रोष जताया। तीन साल बाद शुरू हुई कार पार्किंग

बस स्टैंड पर साइकिल स्टैंड के पास ही कार पार्किंग भी बनाई गई है। करीब तीन साल से डिपो की ओर से इसका ठेका नहीं छोड़ा गया था। अब एक जुलाई से कार पार्किंग का ठेका दे दिया गया है। यह ठेका मात्र 8700 रुपये महीना में ही छोड़ा गया है। हर महीने हो रहा था घाटा

तीन साल तक साइकिल स्टैंड का ठेका रखने वाले ठेकेदार संदीप ने बताया कि उसे हर महीने पांच से दस हजार रुपये का घाटा हो रहा था। उसने ठेका एक लाख 36 हजार रुपये महीन में लिया था, लेकिन उसे अलग से 18 प्रतिशत जीएसटी भी देना पड़ा। महीने में उसे एक लाख 60 हजार रुपये देने पड़ रहे थे। 18 जून को साइकिल स्टैंड को लेकर खुली बोली करवाई गई थी। जो रेट विभाग ने ठेके के लिए तय किए थे उस रेट पर बोली नहीं लगी। इस कारण से ठेका नहीं दिया गया। अब दोबारा से बोली करवाई जाएगी और रेट ठीक मिलने पर ठेका दिया जाएगा। नया ठेका छोड़े जाने तक साइकिल स्टैंड को ताला लगाकर रखा जाएगा।

-रामकुमार, रोडवेज महाप्रबंधक कैथल

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