सड़कों पर बेसहारा पशुओं की जमघट से वाहन चालकों को हो रही परेशानी

शहर में बेसहारा पशुओं की मुख्य समस्या बनी हुई है। सड़कों पर 15 से 20 पशुओं के झुंड एक साथ घूमते हैं। अंबाला रोड ढांड रोड न्यू करनाल रोड अमरगढ़ गामड़ी माता गेट ऋषि नगर में सबसे ज्यादा समस्या है। पशुओं के कारण वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। शहर में 700 बेसहारा पशु हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 06:15 AM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 06:15 AM (IST)
सड़कों पर बेसहारा पशुओं की जमघट से वाहन चालकों को हो रही परेशानी
सड़कों पर बेसहारा पशुओं की जमघट से वाहन चालकों को हो रही परेशानी

जागरण संवाददाता, कैथल : शहर में बेसहारा पशुओं की मुख्य समस्या बनी हुई है। सड़कों पर 15 से 20 पशुओं के झुंड एक साथ घूमते हैं। अंबाला रोड, ढांड रोड, न्यू करनाल रोड, अमरगढ़ गामड़ी, माता गेट, ऋषि नगर में सबसे ज्यादा समस्या है। पशुओं के कारण वाहन चालकों को परेशानी उठानी पड़ रही है। शहर में 700 बेसहारा पशु हैं। करीब दो सालों से नप ने पशुओं को पकड़ने का टेंडर नहीं लगाया है। इस कारण शहर में पशुओं की संख्या बढ़ गई है। अब दैनिक जागरण के अभियान के बाद नप ने नंदीशाला में शेड निर्माण का कार्य शुरू करवाया है। 25 लाख रुपये की लागत से शेड बन रहा है। शेड निर्माण का कार्य पूरा होने के बाद पशुओं को पकड़ने का टेंडर लगा दिया जाएगा। नंदीशाला में जरूरत के हिसाब से पशुओं को छोड़ दिया जाएगा। हालांकि शहर में घूम रहे सभी पशुओं को गोशाला में छोड़ने के लिए शहर की सभी गोशाला संचालकों को मनाना होगा। शहर में चार मुख्य गोशालाएं हैं। गोशाला संचालक अगर 150 से 200 पशु भी लेते हैं तो शहर बेसहारा पशुओं से मुक्त हो जाएगा।

वर्जन : बेसहारा पशुओं को पकड़ने के लिए एजेंसी से की जा रही संपर्क

नंदीशाला में शेड निर्माण का कार्य पूरा होने का ही इंतजार किया जा रहा है। शेड बनते ही बेसहारा पशुओं को पकड़ने का कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। इसके लिए पशु पकड़ने वाली एजेंसी से भी संपर्क किया जा रहा है।

- अशोक कुमार, ईओ नगर परिषद।

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