पासपोर्ट सेवा केंद्र में मिल रहा पांच जिलों के लोगों को फायदा
वर्ष 2018 में शहर के मुख्य डाकघर में शुरू हुए पासपोर्ट सेवा केंद्र के रीजनल सेंटर में जिला कैथल ही नहीं बल्कि इसके साथ लगते पांच जिलों को फायदा मिल रहा है।
जागरण संवाददाता, कैथल : वर्ष 2018 में शहर के मुख्य डाकघर में शुरू हुए पासपोर्ट सेवा केंद्र के रीजनल सेंटर में जिला कैथल ही नहीं, बल्कि इसके साथ लगते पांच जिलों को फायदा मिल रहा है। रीजनल सेंटर की शुरूआत से पहले जिले के लोगों को करनाल और अंबाला में अपना पासपोर्ट बनवाने के लिए जाना पड़ता था।
बता दें कि जींद और फतेहाबाद के जिले के नरवाना, टोहाना सहित अन्य शहरों के लोगों को अंबाला जाना पड़ता था, लेकिन कैथल में यह सुविधा मिलने के बाद उन्हें काफी फायदा हो रहा है। बता दें कि कैथल में प्रदेश का तीसरा रीजनल सेंटर करनाल और अंबाला के बाद खोला गया है। जिसका भरपूर लाभ लोगों को मिल रहा है।
इन जिलों के लोगों को मिल रहा फायदा :
गौरतलब है कि सिरसा, फतेहाबाद, हिसार और जींद के लोगों को अंबाला और करनाल जाने पर अपने पासपोर्ट की अप्वाइंटमेंट आने पर पूरा दिन लग जाता था। अब कैथल में पासपोर्ट बनने की सुविधा मिलने के बाद इन लोगों का जहां दूरी कम हुआ है, वहीं समय की बचत लगातार हो रही है। कैथल में पासपोर्ट सेवा केंद्र को शुरू हुए दो साल पूरे हो चुके हैं। यह फरवरी 2018 में शुरू हुआ था। अब इस केंद्र से हजारों लोगों की ओर से अपने पासपोर्ट बनवाए जा चुके हैं।
यह है प्रक्रिया : कैथल में पासपोर्ट सेवा केंद्र के रीजनल सेंटर से पासपोर्ट बनवाने के लिए सबसे पहले गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर आवेदन करना होता है। आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद जब अंतिम चरण में पासपोर्ट के लिए अप्वाइंटमेंट आनी होती है तो उसमें यह जानकारी देनी होती है कि पासपोर्ट की अप्वाइंटमेंट कहां लेनी है। कैथल के केंद्र को आवेदन में शामिल करके यहां की अप्वाइंटमेंट ली जा सकती है।
मुख्य डाकघर के पोस्टमास्टर सुरेश कुमार ने बताया कि पासपोर्ट सेवा केंद्र के रीजनल सेंटर की देखरेख चंडीगढ़ स्थित पासपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारियों की ओर से की जाती है। डाकघर की ओर से केंद्र के लिए जमीन दी गई है। यहां पर प्रतिदिन 50 पासपोर्ट बनते हैं। पासपोर्ट बनवाने के लिए 20 दिन पहले अप्वाइंटमेंट आवेदन करने वाले इच्छुक व्यक्ति को करनी होती है।