विद्यार्थियों ने वैज्ञानिक अनुसंधानों पर बनाए चार्ट

जागरण संवाददाता, कैथल : आरकेएसडी कालेज में इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग की ओर से उच्चतर विभाग मह

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Feb 2017 06:45 PM (IST) Updated:Mon, 27 Feb 2017 06:45 PM (IST)
विद्यार्थियों ने वैज्ञानिक अनुसंधानों पर बनाए चार्ट
विद्यार्थियों ने वैज्ञानिक अनुसंधानों पर बनाए चार्ट

जागरण संवाददाता, कैथल : आरकेएसडी कालेज में इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग की ओर से उच्चतर विभाग महानिदेशालय के सौजन्य से नेशनल स्तर के सेमिनार का आयोजन किया गया। इसका शुभारंभ उपमंडलाधीश एवं आरकेएसडी संस्थाओं की प्रशासक मनदीप कौर ने दीप प्रज्वलन करके किया। लैब टू लैंड इनोवेशन ऑफ साइंस विषय पर आधारित इस सेमिनार में हरियाणा सहित देश के अन्य राज्यों हिमाचल, राजस्थान, पंजाब व उत्तरप्रदेश से आए 200 से अधिक शोधार्थियों ने शोध पत्र पढ़े। कार्यक्रम में इलेक्ट्रोनिक्स, कंप्यूटर साइंस, फिजिक्स एवं केमिस्ट्री

विभाग के 220 विद्यार्थियों ने विज्ञान एवं तकनीक के नए अनुसंधानों पर आधारित चाट बनाकर प्रदर्शित किए, जिसमें से तीन सर्वश्रेष्ठ चार्ट कृतियों का चयन कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो. एमएल ¨बदलिश सहित एसके गुप्ता व प्रो. जेएम ¨बदलिश ने किया। ¨प्रसिपल ओपी गर्ग ने बतौर संरक्षक तथा सेमिनार के कन्वीनर प्रो. राजेश देसवाल, सह-कन्वीनर डॉ. अशोक शर्मा व रघुवीर लांबा, आयोजन सचिव अमित गुप्ता सहित आयोजन समिति के सभी सदस्यों ने प्रबंधकीय दायित्व निभाया। मुख्यातिथि एसडीएम मनदीप कौर ने सेमिनार में देश के कोने-कोने से आए वैज्ञानिकों एवं शोधार्थियों द्वारा पढ़े गए शोध पत्रों व व्याख्यानों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सेमिनार का उद्देश्य आमजन मानस के बेहतर जीवन के लिए वैज्ञानिक अनुसंधानों एवं शोध के व्यावहारिक प्रयोग को बढ़ावा देना है। भारतीय सभ्यता और संस्कृति में विज्ञान और तकनीक का भंडार भरा हुआ है और हमारे देश में विज्ञान ने समुद्र की गहराई को मापते हुए आकाश के रहस्य को जानकर अंतरिक्ष को भी पहचान लिया है। भारत जैसे विकासशील देश में विज्ञान और तकनीकी शिक्षा का प्रसार जरूरी है जिससे रोजगार के अवसर बढ़ते है और इसके साथ औद्योगिकीकरण व आर्थिक विकास में बड़ा योगदान मिलता है। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की इलेक्टॉरोनिक्स साइंस विभाग की चेयरपर्सन सेमिनार की रिसोर्स पर्सन डॉ. अनु रेखा शर्मा ने साइंस के क्षेत्र में हुई तरक्की और लैब टू लैंड इनोवेशन ऑफ साइंस विषय पर जानकारी दी। कन्वीनर प्रो. राजेश देसवाल ने बताया कि आज के संदर्भ में विज्ञान और तकनीक का हमारे जीवन पर प्रभाव दिखाई देता है और जीवन के हर क्षेत्र में विज्ञान और तकनीक के कारण हमने बेपनाह तरक्की की है।

सुपर कंप्यूटर के सफर का जिक्र

सेमिनार के मुख्य वक्ता कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग के डीन प्रो. अनिल वोहरा ने विज्ञान और तकनीकी क्षेत्र में हो रहे विकास और भावी अनुसंधानों का उल्लेख किया। उन्होंने 1996 में इजाद हुए सुपर कम्प्यूटर के बाहरास्ता नैनो टेक्नोलॉजी तक के सफर का उल्लेख किया। रोबोट, स्वचलित कार, बायोमैडिकल में पोर्टलेबल लैब, चीप जैसी आसान व्यवस्था, माइक्रो मिरर तथा नैनो टयूब का भी उल्लेख करते हुए कहा कि यह ट्यूब स्टील से 100 गुणा मजबूत 16 गुणा कम वजनी है।

यह वक्ता पहुंचे

मौके पर अन्य वक्ताओं में नंगल ग्लोबल कालेज के प्राचार्य वीके लांबा, पिलानी राजस्थान के वैज्ञानिक डॉ. संजय ¨सह, राजस्थान से डॉ. सुमित सौरभ, चंडीगढ़ से जयप्रकाश गोदारा, अंबाला कैंट एसडी कालेज के ¨प्रसिपल प्राचार्य राजेंद्र ¨सह राणा इत्यादि ने भी अपने विचार रखें। कार्यक्रम में डॉ.एसके गोयल, डॉ. अनिल नरूला, डॉ. मेजर एसएस ढुल आदि मौजूद रहे।

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