आसमान में फैला स्मॉग, सांस लेने में परेशानी

दीपावली पर्व पर जलाए गए पटाखे व खेतों में जलाए जा रहे धान अवशेष से निकला धुंआ लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है। पिछले तीन दिनों से लगातार वायु में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। शहर के लोगों को फिलहाल एक सप्ताह तक राहत भी मिलने वाली नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Oct 2019 09:40 AM (IST) Updated:Thu, 31 Oct 2019 06:36 AM (IST)
आसमान में फैला स्मॉग, सांस लेने में परेशानी
आसमान में फैला स्मॉग, सांस लेने में परेशानी

जागरण संवाददाता, कैथल : दीपावली पर्व पर जलाए गए पटाखे व खेतों में जलाए जा रहे धान अवशेष से निकला धुंआ लोगों के लिए परेशानी बना हुआ है। पिछले तीन दिनों से लगातार वायु में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। शहर के लोगों को फिलहाल एक सप्ताह तक राहत भी मिलने वाली नहीं है। 28 अक्टूबर को हवा में प्रदूषण का स्तर 312 था, लेकिन 29 अक्टूबर को यह स्तर कम होने के बजाय ज्यादा बढ़ गया। दोपहर दो बजे तक वायु में प्रदूषण का स्तर 384 तक पहुंच चुका था जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक है। मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक आसमान में स्मॉग फैला रहा। स्मॉग के कारण लोगों को सांस लेने में परेशानी रही। आंखों में भी जलन की शिकायत रही और गले में खरास की समस्या ज्यादातर लोगों को रही। प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए तेज हवा व बारिश का होना बहुत जरूरी है। अब हम जिस हवा में सांस ले रहे हैं वह हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। इससे बचने के लिए समय-समय पर डॉक्टर की सलाह लेनी जरूरी है।

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यह रहा 29 अक्टूबर को दोपहर

दो बजे तक प्रदूषण का स्तर

29 अक्टूबर को वायु में प्रदूषण का स्तर पहले से बढ़ा हुआ पाया गया। पीएम 2.5 न्यूनतम 62, एवरेज 283 व अधिकतम 356 तक रहा। पीएम 10 न्यूनतम 179, एवरेज 384 व अधिकतम 500 तक रहा। इसके अलावा कार्बन मोनोऑक्साइड, ओजोन, सल्फर डाईऑक्साइड, एल्युमिनियम का स्तर भी जांचा जाता है। इन सभी को मिलाकर वायु में प्रदूषण के स्तर की एवरेज निकाली जाती है जो मंगलवार को दोपहर दो बजे तक 384 तक पहुंच गई थी।

बॉक्स : परेशानी हो तो डाक्टर से लें सलाह

जिला नागरिक अस्पताल में गले व नाक की चिकित्सक डॉ. नमिता गुप्ता ने बताया कि दो दिनों से अस्पताल में नाक व गले के मरीज बढ़ रहे हैं। वायु में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाने से लोगों को सांस लेने में परेशानी भी हो रही है। गले में खरास की सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। लोगों को घर से बाहर निकलते हुए मास्क लगाना चाहिए। अगर सांस लेने में या गले में परेशानी ज्यादा हो तो तुंरत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। बॉक्स

दीपावली पर्व पर जलाए गए पटाखों के कारण वायु में प्रदूषण का स्तर अक्सर बढ़ जाता है। आम तौर पर कैथल की वायु में प्रदूषण का स्तर ठीक ही रहता है। उम्मीद है कुछ दिनों में प्रदूषण का स्तर ठीक हो जाएगा।

- ओमबीर सिंह, एसडीओ प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड। --------

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