सीवरेज लाइन बिछाने के बाद गलियां पक्का नहीं करने पर लोगों में रोष

आदर्श गांव सीवन में सीवरेज निर्माण कार्य के चलते टूटी गलियों के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। कस्बा में सीवरेज निर्माण कार्य शुरू हुए एक साल बीत चुका है। निर्माण कार्य के चलते अधिकतर गलियों को तोड़ा गया था।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 19 Aug 2019 08:35 AM (IST) Updated:Mon, 19 Aug 2019 08:35 AM (IST)
सीवरेज लाइन बिछाने के बाद गलियां
पक्का नहीं करने पर लोगों में रोष
सीवरेज लाइन बिछाने के बाद गलियां पक्का नहीं करने पर लोगों में रोष

जागरण संवाददाता, कैथल :

आदर्श गांव सीवन में सीवरेज निर्माण कार्य के चलते टूटी गलियों के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। कस्बा में सीवरेज निर्माण कार्य शुरू हुए एक साल बीत चुका है। निर्माण कार्य के चलते अधिकतर गलियों को तोड़ा गया था। गलियों में सीवरेज डालने के बाद भी गलियों का दोबारा निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है, जिससे लोगों में रोष है। सीवरेज निर्माण कार्य में गलियों के निर्माण कार्य न होने से गांव के लोग व अन्य राहगीरों का सड़कों से गुजरना भी दुर्भर हो गया है।

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उम्मीदों के मुताबिक नहीं हुआ कार्य :

ग्रामीण रामनिवास राठी ने बताया कि एक साल पहले जब कस्बा में सीवरेज निर्माण कार्य शुरू हुआ था तो यहां लोगों को गांव में विकास कार्य होने की काफी उम्मीद जगी थी। विकास कार्य के चलते गांव में कोई भी ऐसी गली नहीं थी, जिसे नहीं तोड़ा गया था। गलियों को तोड़ने के बाद इसमें सीवरेज तो डाल दिए, लेकिन गलियों दोबारा नहीं बनाई गई।

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बारिश में होती अधिक परेशानी :

ग्रामीण रविद्र बंसल ने बताया कि गांव में गलियों का निर्माण न होने से बारिश होने पर ग्रामीणों को अधिक परेशानी होती है। गांव में अधिकतर गलियों को सीवरेज निर्माण के चलते तोड़ने के बाद दोबारा नहीं बनाया गया है। विभाग को सीवरेज डालने के तुरंत बाद गली का निर्माण करवाना चाहिए।

यहां है समस्या :

कस्बा में धोला दरवाजा, क्रांति मोहल्ला, बो पट्टी मोहल्ला, नागा बाबा रोड मोहल्ला, रणमोचन कालोनी, तकिया वाला कुआं, पीएनबी रोड, मेन बाजार सहित अन्य कालोनियों गलियों में टूटने की समस्या से लोग परेशान है।

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यह है गांव का इतिहास :

इतिहासकारों के अनुसार जब भगवान श्री राम ने धोबी के टाले पर माता सीता का त्यागकर दिया था, तब वनवास का कुछ काल माता सीता ने सीवन मे व्यतीत किया। सीवन के आसपास घना वन था, उस वन का नाम सीया वन था, जो सीवन बना। उसके बाद से ही लोग यहां पर बसने लगे। तभी से यह गांव बना। कस्बा की वर्तमान में करीब 35 हजार की आबादी है और 16 हजार के करीब मतदाता है। यहां पर 70 प्रतिशत जनसंख्या शिक्षित है।

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चल रहा है कार्य : सरपंच

सीवन के सरपंच प्रतिनिधि अमरेंद्र खारा ने बताया कि कस्बा में चल रहे सीवरेज निर्माण कार्य के तहत मोहल्ला के अनुसार कार्य पूरा होने के बाद गलियां बनाने का कार्य भी किया जा रहा है।

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