गर्भपात करती अस्पताल संचालिका काबू

जागरण संवाददाता, कैथल : स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध रूप से गर्भपात करने के आरोप में निजी अस्

By Edited By: Publish:Fri, 09 Sep 2016 01:13 AM (IST) Updated:Fri, 09 Sep 2016 01:13 AM (IST)
गर्भपात करती अस्पताल संचालिका काबू

जागरण संवाददाता, कैथल : स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध रूप से गर्भपात करने के आरोप में निजी अस्पताल की संचालक डॉक्टर को काबू किया है। आरोपी के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग के पास सूचना आई थी जिसके बाद फर्जी ग्राहक तैयार कर टीम ने डॉक्टर को दबोचा।

उप सिविल सर्जन डॉ. नीलम कक्कड़ ने बताया कि किसी ने गुप्त सूचना देकर बताया कि अंबाला रोड स्थित कंसल अस्पताल की संचालिका डॉ. मोनिका कंसल अवैध रूप से गर्भपात करती है। सूचना मिलने पर एक महिला को फर्जी ग्राहक बनाया गया। फर्जी ग्राहक डॉ. मोनिका कंसल के पास गर्भपात करवाने गई तो तीन हजार रुपये की डिमांड की गई। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने फर्जी ग्राहक को तीन हजार रुपये दिए और बुधवार शाम को वह गर्भपात करवाने आरोपी डॉक्टर के पास पहुंच गई। फर्जी ग्राहक ने डॉक्टर को तीन हजार रुपये दिए तो गर्भपात करने की तैयारी करते हुए उसे ग्लूकोज लगा दी। मौका मिलते ही ग्राहक ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को फोन किया। इसके बाद टीम ने रेड मारकर डॉ. मोनिका कंसल को काबू कर लिया और गर्भपात में प्रयोग किए गए सामान को सील कर दिया है। टीम में डॉ. नीलम कक्कड़, नीरज मंगला, डॉ. मनप्रीत, सुनील दहिया, राजेश बीईई शामिल थे।सिविल लाइन थाना प्रभारी रामचंद्र ने बताया कि उस सिविल सर्जन की शिकायत पर डॉ. मोनिका कंसल पर एमटीपी एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया है। आरोपी को कोर्ट में पेश कर उसे कोर्ट में पेश कर दिया है।

नहीं रुक रहा गर्भपात का गोरखधंधा

स्वास्थ्य विभाग के तमाम प्रयासों के बाद भी जिले में गर्भपात व ¨लग जांच का गोरखधंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इससे पहले भी कैथल की ही एक डॉक्टर को अवैध रूप से गर्भपात करते समय रंगे हाथ काबू किया जा चुका है। जबकि विभाग की शिकायत पर गर्भपात किट देने के भी कई केस दर्ज किए गए हैं। गर्भ में ही ¨लग की जांच करवाने के मामले में कैथल प्रदेश भर में बदनाम हो चुका है। गत माह पकड़े गए मामलों में सामने आया है कि यहां के लोग उत्तर प्रदेश जाकर गर्भ में ¨लग की जांच करवाते हैं। इस गोरखधंधे से निजी अस्पतालों के कर्मचारी भी जुड़े हुए हैं। जो मोटे कमीशन के लिए महिलाओं को गर्भ में ¨लग जांच के लिए उत्तर प्रदेश ले जाते हैं।

chat bot
आपका साथी