मंदिरों में दूरी का ख्याल, घर-घर झूले लड्डू-गोपाल

जागरण संवाददाता कैथल जन्माष्टमी पर्व पर मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 05:47 AM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 05:47 AM (IST)
मंदिरों में दूरी का ख्याल, घर-घर झूले लड्डू-गोपाल
मंदिरों में दूरी का ख्याल, घर-घर झूले लड्डू-गोपाल

जागरण संवाददाता, कैथल : जन्माष्टमी पर्व पर मंदिरों में सुबह से ही श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। पर्व को लेकर जिलेभर के मंदिरों में रौनक रही। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से मंदिरों में पूजा को लेकर हिदायतें जारी की गई है। जिसमें श्रद्धालुओं को मास्क लगाने और दो गज की दूरी का नियम का पालना करना अनिवार्य है। पर्व के दिन श्रद्धालुओं ने भगवान श्री कृष्ण का उपवास भी रखा। जिन्होंने शाम के समय मंदिरों में जाकर अपना उपवास खोला। शहर के श्री ग्यारह रुद्री मंदिर, शिव शक्ति धाम मंदिर, हनुमान वाटिका मंदिर, सेक्टर 19 स्थित शिव मंदिर, श्री अंबकेश्वर मंदिर, सनातन धर्म मंदिर सहित अन्य मंदिरों को भव्य ढंग से सजाया गया। इसके साथ ही यहां ठाकुर जी को झूला झुलाने के लिए प्रतिमा की स्थापना भी की गई।

बॉक्स : नन्हे-मुन्ने बच्चों को बनाया कान्हा जी : जन्माष्टमी पर्व पर मंदिरों में एक तरफ जहां सुबह से ही श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे। वहीं, लोगों ने अपने नन्हे-मुन्नों को कान्हा जी की ड्रेस पहनाई। वहीं, बच्चियों को भी राधा-रानी की वेशभूषा पहनाई। कोरोना महामारी के चलते जन्माष्टमी पर्व पर झांकियों का कार्यक्रम आयोजित नहीं किए गए। वहीं, स्कूलों के बंद होने के कारण मटकी फोड़ने के कार्यक्रम भी आयोजित नहीं किए जा सके। ऐसा महामारी के प्रकोप के चलते किया गया है। ताकि लोग इस महामारी की चपेट में न आ सकें।

श्री रामजन्म भूमि की मिट्टी व नारियल प्रसाद के किए दर्शन कैथल : विश्व हिदू परिषद व बजरंग दल कैथल की ओर से जन्माष्टमी पर्व पर श्रीराम जन्मभूमि की पवित्र मिट्टी व रामलला मंदिर का नारियल प्रसाद दर्शनार्थ के लिए स्थापित किया गया। जिला मंत्री चंद्रभान मित्तल ने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश ने विश्व हिदू परिषद को श्रीराम जन्मभूमि की यह पवित्र मिट्टी व प्रसाद सौंपा। इसके बाद परिषद के सदस्यों ने पूजन करने के बाद इस मिट्टी को मंदिर में रखवा दिया ताकि कैथल के लोग अयोध्या से लाई गई पावन मिट्टी के दर्शन कर सकें। उन्होंने कहा कैथल के लोगों के लिए सौभाग्य की बात है कि आज के दिन श्री कृष्ण जन्माष्टमी भी है ऐसे में लोग श्री कृष्ण लला व राम लला दोनों के दर्शनों का अनुभव कर अभिभूत हो रहे हैं यह मिट्टी मंदिर में 20 से 25 दिन तक रखी जाएगी इसके पश्चात कैथल जिले के अंतर्गत आने वाले पवित्र तीर्थों में इस मृतिका को मिला दिया जाएगा इस अवसर पर वहां परिषद के जिलाध्यक्ष प्रोफेसर प्रेमचंद मित्तल,अरुण सर्राफ़,गोपाल भट्ट, नरेंद्र गुप्ता,बजरंग दल के जिला संयोजक अशोक कुमार, जिला सह संयोजक राजू सैनी,मुकेश शर्मा,सचिन, विशाल भारत, अभिषेक उपस्थित रहे। श्रद्धाभाव से मनाया श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व सीवन : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पावन पर्व सीवन में श्रद्धा भाव से मनाया गया। कोविड-19 के चलते मंदिरों में कम ही भीड़ थी। एक-एक करके श्रद्धालु मंदिरों में आकर भगवान श्री कृष्ण जी को झूला दे रहे थे। स्वर्गद्वार मंदिर एक व दो सहित सभी मंदिरों को अच्छी तरह से सजाया गया था। श्रद्धालु ऋषिपाल शर्मा, संगीत बंसल, अशोक गोयल, नरेश सिगला, पूर्ण चंद सैनी, बलवान सैनी, भीम मेहता, भीषू चौधरी, अजमेर सैनी आदि का कहना है कि अब कि बार श्रद्धालुओं में हर वर्ष की तरह उत्साह तो है पर मंदिरों व बाजारों में भीड़ नाममात्र ही है। स्वर्ग द्वार शिव मंदिर के महंत सुरेंद्र गिरी ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व की महत्ता पर प्रकाश डाला। श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर सुरक्षा के प्रति पुलिस भी पूरी तरह मुस्तैद रही व थाना प्रबंधक सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी गश्त करते रहे। भजन कीर्तन का नहीं हुआ आयोजन राजौंद : जन्माष्टमी के पर्व पर कोरोना वायरस को लेकर रात के कार्यक्रम स्थगित होने से रात के समय मंदिर सुनसान रहे। हालांकि मंदिर के पुजारी ने रात को 11 बजकर 44 मिनट पर कृष्ण जन्म के समय पर शंख बजाकर आरती की गई। लेकिन मंदिरों में कोरोना वायरस के चलते भजन कीर्तन का आयोजन नही किया गया। जन्माष्टमी का व्रत रखने वाले श्रद्धालुओं ने अपने घरों में ही रहकर रात के समय कृष्ण जन्म उत्सव पर चंद्रमा निकलने पर व्रत खोला। वहीं अब की बार छोटे बच्चों को कृष्ण की वेशभूषा में सजाया गया जो बच्चे मंदिर में आकर्षण का केंद्र बने रहे। ------------------------

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