ईद का त्योहार अमन और मोहब्बत का देता पैगाम

स्थानीय मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने गले लगकर एक दूसरे को ईद के त्योहार की बधाई दी। रोजेदारों ने ईद का चांद देखकर और नाम अदा कर रोजा खोला। मोहम्मद इरशाद ने बताया कि ईद का त्योहार रमजान के रोजे रखने के बाद मनाया जाता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 Jun 2019 10:29 AM (IST) Updated:Thu, 06 Jun 2019 10:29 AM (IST)
ईद का त्योहार अमन और  मोहब्बत का देता पैगाम
ईद का त्योहार अमन और मोहब्बत का देता पैगाम

संवाद सहयोगी, कलायत : स्थानीय मस्जिद में नमाज अदा करने के बाद सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने गले लगकर एक दूसरे को ईद के त्योहार की बधाई दी। रोजेदारों ने ईद का चांद देखकर और नाम अदा कर रोजा खोला। मोहम्मद इरशाद ने बताया कि ईद का त्योहार रमजान के रोजे रखने के बाद मनाया जाता है।

कर्मदीन ने कहा कि ईद का त्योहार अमन व मोहब्बत का पैगाम देता है। ईद का त्योहार हमें आपसी प्रेम व भाईचारे का संदेश देता है। ईद के मुबारक मौके पर जरूरतमंदों व गरीबों की मदद करे।

इस बार रमजान का महीना सात मई से शुरू होकर चार जून को खत्म हो गया और इस बार 29 रोजे रखे गए। इस दिन मीठे पकवान बनाए जाते हैं। खासकर सेवइयां जरूर बनाई जाती हैं। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं। ईद-उल-फितर को मीठी ईद के रूप में भी जाना जाता है।

हिजरी कैलेंडर के अनुसार दसवें महीने यानी शव्वाल के पहले दिन ये त्योहार दुनिया भर में मनाया जाता है। ईद का त्योहार सबको साथ लेकर चलने का संदेश देता है। ईद पर हर मुसलमान चाहे वो आर्थिक रूप से संपन्न हो या न हो, सभी एकसाथ नमाज पढ़ते हैं और एक दूसरे को गले लगाते हैं।

इस अवसर पर कर्मदीन, रशीद खान, जमील खान, नजीर खान, मोहम्मद अलीम, खैरदीन, सलीम खान, अनवर खान, समीर खान, अजमेर खान, रेढू खान, रोशनदीन, मोहम्मद, शेर खान व अब्दुल हमीद मौजूद थे।

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