रात में सड़कों पर बेसहारा पशुओं के कारण बढ़ रहे हादसे, प्रशासन बरत रहा लापरवाही

सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। जिस पर जिला प्रशासन इसके समाधान के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहा है। बेसहारा पशु रात के समय सड़कों पर पहुंच जाते है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Aug 2019 07:40 AM (IST) Updated:Sun, 18 Aug 2019 07:40 AM (IST)
रात में सड़कों पर बेसहारा पशुओं के कारण बढ़ रहे हादसे, प्रशासन बरत रहा लापरवाही
रात में सड़कों पर बेसहारा पशुओं के कारण बढ़ रहे हादसे, प्रशासन बरत रहा लापरवाही

जागरण संवाददाता, कैथल : सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। जिस पर जिला प्रशासन इसके समाधान के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहा है। बेसहारा पशु रात के समय सड़कों पर पहुंच जाते है। जिस कारण रात वाहन चालकों के साथ हादसे होते है। हाल में नगर परिषद ने बेसहारा पशुओं को पकड़ कर गोशाला में छोड़ने का अभियान चलाया था, लेकिन यह अभियान दो दिनों के बाद ही बंद हो गया है। जिसके बाद दोबारा यही स्थिति बन गई है। आए दिन अचानक बेसहारा पशुओं के सड़कों पर आने से अधिकतर दो पहिया वाहन चालक घायल हो रहे हैं। बेसहारा पशु शहर की सबसे बड़ी समस्या बन गई है, आए दिन किसी न किसी सड़क पर दुर्घटना हो रही है।

कस्बों में भी समस्या

शहर के अलावा सभी कस्बों गांवों में भी यह समस्या है। शाम होते ही किसी भी सड़कों पर निकलो हर जगह बेसहारा गोवंश सड़कों पर बैठा मिलता है। हादसे होने के बावजूद इस समस्या का कोई समाधान नहीं किया जा रहा है।

नप ने दो दिन बाद बंद कर दिया अभियान

बेसहारा पशुओं की समस्या से शहर के लोगों को निजात दिलाने के लिए नगर परिषद ने गोवंश को पकड़ने के लिए अभियान चलाया था, लेकिन यह अभियान केवल दो दिन चलकर ही तुरंत बंद हो गया है। जिसके बाद नप सहित जिला प्रशासन इस समस्या के समाधान के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहा है।

पशुओं के कारण लोगों ने सैर करना भी छोड़ दिया है

शहरवासी नरेंद्र ने बताया कि शाम को सड़कों पर इतने बेसहारा पशु एकत्रित हो जाते हैं, लोग सैर भी नहीं कर पाते। बेसहारा पशुओं के डर से वे सैर ही नहीं करते। इसलिए ज्यादातर लोगों ने सैर करना ही छोड़ दिया है। बॉक्स :

शहर में यहां है सबसे ज्यादा परेशानी

शहर के चंदाना गेट, अंबकेश्वर मंदिर, सीवन गेट, परशुराम चौक, जाखौली अड्डा, नई व पुरानी अनाज मंडी, करनाल रोड आईजी कॉलेज के पास, पुराना बाइपास शोरावाल कोठी के पास, कुरुक्षेत्र रोड पर सबसे ज्यादा परेशानी आती है। सड़कों पर शाम को इतने पशु एकत्रित हो जाते हैं डर के मारे महिलाओं बच्चों ने घर से बाहर निकलना बंद कर दिया है। बॉक्स :

गोशाला में गोवंश रखने की नहीं है जगह

नप के ईओ अशोक कुमार ने बताया कि शहर में जितने भी बेसहारा पशु सड़कों पर घुम रहे थे। उन्हें पकड़ लिया गया है। अब गोशाला में ही गोवंश को रखने की जगह नहीं है जिस कारण अब गोवंश को गोशाला में नहीं छोड़ा जा सका है।

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