पार्षदों ने पूछा, टैक्स की रिकवरी क्यों नहीं हुई, सचिव बोले-आप ही अड़चन हो

कैथल नगर परिषद की तरफ से सालाना बजट को लेकर हाउस की बैठक बुलाई गई। नप चेयरपर्सन सीमा कश्यप और ईओ बलबीर सिंह ने मीटिग की अध्यक्षता की। 31 में से 18 पार्षदों ने मीटिग में भाग लिया और साल 2021-22 को लेकर 42.36 करोड़ रुपये का प्रस्तावित बजट सर्वसम्मति से पास किया। नप की आमदनी को लेकर पार्षदों और सचिव धर्मवीर के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 11 Mar 2021 06:27 AM (IST) Updated:Thu, 11 Mar 2021 06:27 AM (IST)
पार्षदों ने पूछा, टैक्स की रिकवरी क्यों नहीं हुई, सचिव बोले-आप ही अड़चन हो
पार्षदों ने पूछा, टैक्स की रिकवरी क्यों नहीं हुई, सचिव बोले-आप ही अड़चन हो

जागरण संवाददाता, कैथल : नगर परिषद की तरफ से सालाना बजट को लेकर हाउस की बैठक बुलाई गई। नप चेयरपर्सन सीमा कश्यप और ईओ बलबीर सिंह ने मीटिग की अध्यक्षता की। 31 में से 18 पार्षदों ने मीटिग में भाग लिया और साल 2021-22 को लेकर 42.36 करोड़ रुपये का प्रस्तावित बजट सर्वसम्मति से पास किया। नप की आमदनी को लेकर पार्षदों और सचिव धर्मवीर के बीच तीखी नोक-झोंक भी हुई। साल 2020-21 में प्रॉपर्टी टैक्स की रिकवरी का लक्ष्य तीन करोड़ रुपये रखा गया था। नप ने एक करोड़ 45 लाख रुपये की रिकवरी की है। इस पर पार्षदों ने अधिकारियों से जवाब पूछा तो नप सचिव ने कहा कि पार्षद ही टैक्स रिकवरी नहीं होने दे रहे हैं। इतना कहते ही पार्षदों का पारा गर्म हो गया और ईओ को सचिव के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा। सचिव ने कहा था कि प्रॉपर्टी पर जो टैक्स लगाया जाता है, कई पार्षद उसे कम करने की सिफारिश करते हैं। जब पार्षदों ने ऐसा करने वालों का नाम पूछा तो सचिव नाम भी नहीं बता पाए और माफी मांग कर मामले को शांत किया। करीब पांच सालों से प्रॉपर्टी टैक्स के बिल भी नहीं बांटे जा रहे हैं।

इस तरह से रहा बजट का लेखा-जोखा

नगर परिषद की तरफ से साल 2021-22 के लिए 42.36 करोड़ रुपये का अनुमानित बजट प्रस्तावित किया है। 42 करोड़ 36 लाख रुपये की सालाना आय और 40 करोड़ 68 लाख रुपये सालाना खर्च रखा गया है। इसके अलावा साल 2020-21 में नप ने 36 करोड़ रुपये आय प्रस्तावित की थी और मात्र 11 करोड़ रुपये की आय ही कर पाई। करीब 28 करोड़ रुपये खर्च प्रस्तावित किया था, लेकिन साढ़े सात करोड़ ही खर्च हुए। अधिकारियों ने आय प्रभावित होने का कारण कोरोना को बताया। 12 करोड़ रुपये की स्टांप ड्यूटी मिलनी थी, लेकिन चार करोड़ ही मिल पाई। नप की दुकानों का दो करोड़ रुपये किराया वसूल करना था, लेकिन यह भी एक करोड़ 40 लाख रुपये ही हो पाया। विज्ञापन को लेकर 50 लाख की आय होनी थी, लेकिन यह भी सात लाख रुपये ही हुई। डेवलपमेंट चार्ज के डेढ़ करोड़ की जगह एक करोड़ 27 लाख रिकवर हुए। दो करोड़ रुपये की एक्साइज ड्यूटी की रिकवरी नहीं हुई। सेल ऑफ लैंड के लिए आठ करोड़ की आय रखी थी, लेकिन 34 लाख रुपये की आय ही हुई। इंप्रूवमेंट ट्रस्ट से पांच करोड़ की आमदनी होनी थी, लेकिन नहीं हो पाई।

ये पार्षद रहे मौजूद

इस मौके पर पार्षद राकेश सरदाना, प्रवीन काला, संजय कुमार, मोहन लाल, दीपक शर्मा, ज्योति सैनी, सुनीता रानी, शशि रंगा, तृप्ता सचदेवा, हरजिद्र सिंह, गोपाल सैनी, महेंद्र थरेजा, गौरव, पूजा अग्रवाल, रेखा सिगला, वेदप्रकाश, आशा रानी ने मीटिग में भाग लिया। इनके अलावा लेखा अधिकारी राजेंद्र मलिक, लेखाकार अधिकारी साहब राम, कर्मचारी अजय कुमार मौजूद थे।

पार्षदों ने दिया आय बढ़ाने का सुझाव

नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बलबीर सिंह ने बताया कि पार्षदों की सहमति से साल 2021-22 का प्रस्तावित बजट पास किया गया है। साल 2020-21 के बजट का लेखा-जोखा भी रखा गया है। पार्षदों ने आय बढ़ाने के लिए सुझाव दिए हैं, उन पर काम किया जाएगा।

बजट सर्वसम्मति से पास : सीमा

नगर परिषद की चेयरपर्सन सीमा कश्यप ने बताया कि सालाना बजट को लेकर मीटिग हुई थी। सर्वसम्मति से बजट पास कर दिया गया है। पार्षदों ने कुछ अन्य एजेंडे रखे थे, जिनके लिए अलग से मीटिग बुलाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

chat bot
आपका साथी