शहर का निरीक्षण कर वापस लौटी स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम

स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की परीक्षा को लेकर दो सदस्यों की टीम ने शहर का निरीक्षण किया। टीम बुधवार देर शाम को शहर में आई थी और वीरवार को छुट्टी के दिन निरीक्षण करने के बाद वापस लौट गई। टीम ने कचरा प्वाइंट सार्वजनिक शौचालय स्कूल और वार्डों में जाकर सफाई व्यवस्था देखी। निरीक्षण के दौरान टीम के साथ नगर परिषद की सफाई शाखा के कर्मचारी भी मौजूद रहे। दो महीनों से नगर परिषद की तरफ से सर्वेक्षण को लेकर तैयारी की जा रही थी। टीम ने जहां भी निरीक्षण किया है वहां की लोकेशन स्वच्छता सर्वेक्षण की वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। 31 मार्च तक सिटीजन फीडबैक लिया जाना है। उसके बाद जल्द ही स्वच्छता रैंकिग घोषित कर दी जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 13 Mar 2021 06:56 AM (IST) Updated:Sat, 13 Mar 2021 06:56 AM (IST)
शहर का निरीक्षण कर वापस लौटी स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम
शहर का निरीक्षण कर वापस लौटी स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम

जागरण संवाददाता, कैथल : स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की परीक्षा को लेकर दो सदस्यों की टीम ने शहर का निरीक्षण किया। टीम बुधवार देर शाम को शहर में आई थी और वीरवार को छुट्टी के दिन निरीक्षण करने के बाद वापस लौट गई।

टीम ने कचरा प्वाइंट, सार्वजनिक शौचालय, स्कूल और वार्डों में जाकर सफाई व्यवस्था देखी। निरीक्षण के दौरान टीम के साथ नगर परिषद की सफाई शाखा के कर्मचारी भी मौजूद रहे।

दो महीनों से नगर परिषद की तरफ से सर्वेक्षण को लेकर तैयारी की जा रही थी। टीम ने जहां भी निरीक्षण किया है, वहां की लोकेशन स्वच्छता सर्वेक्षण की वेबसाइट पर अपलोड कर दी है। 31 मार्च तक सिटीजन फीडबैक लिया जाना है। उसके बाद जल्द ही स्वच्छता रैंकिग घोषित कर दी जाएगी। शहर में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। डोर टू डोर कचरा उठान का टेंडर भी इस बार पहले से ज्यादा रुपयों का दिया हुआ है।

एप पर मिल रही थी लोकेशन

स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर पहुंची दो सदस्यों की टीम के पास फोन में लोकेशन भेजी जा रही थी। स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 एप पर लोकेशन मिलने के बाद टीम मौके पर जा रही थी। टीम ने शहर के सरकारी और निजी स्कूलों का दौरा कर वहां सफाई व्यवस्था के प्रबंध देखे। शहर में जहां भी सार्वजनिक शौचालय बने हुए हैं, उनकी स्थिति देखी। शहर में जितने भी कचरा प्वाइंट बने हुए हैं, वहां जाकर सफाई व्यवस्था की जांच की। लगभग सभी वार्डों में जाकर सफाई का कार्य देखा। जहां भी गंदे नाले और नालियां बनी हुई हैं उनमें सफाई व्यवस्था को चेक किया।

खुराना रोड स्थित कचरा डंपिग प्लांट पर जाकर कचरा निस्तारण की प्रक्रिया देखी। अलग-अलग लोकेशन पर जाकर सिटीजन फीडबैक लिया। शहर के 480 लोगों से सफाई को लेकर सिटीजन फीडबैक लिया गया। एक जगह पर मात्र 30 लोगों से ही फीडबैक लिया जा सकता था। लोगों से सफाई को लेकर आठ सवाल पूछे गए हैं और दस अंक निर्धारित किए गए हैं।

तीन कैटेगरी में बंटे हैं छह हजार अंक

स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की परीक्षा छह हजार अंकों की है। इन अंकों को तीन कैटेगरियों में बांटा गया है। सर्वेक्षण 2020 में भी छह हजार अंकों को चार भागों में बांटा गया था। इस बार सर्विस लेवल प्रोग्रेस के 2400 अंक, सर्टिफिकेशन के 1800 अंक और सिटीजन फीडबैक के भी 1800 अंक हैं। सर्वेक्षण 2020 में नगर परिषद को हरियाणा में 14वां स्थान प्राप्त हुआ था। इस बार स्वच्छता की रैंकिग में सुधार हो सकता है।

बेहतर रैंकिंग की उम्मीद

नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बलबीर सिंह ने बताया कि स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम शहर में आई थी। टीम ने दो दिन शहर का निरीक्षण किया है। उम्मीद है इस बार पहले से बेहतर रैंक हासिल होगा।

chat bot
आपका साथी