गुहला में ग‌र्ल्स कालेज बनाने का वादा कर प्रत्याशी मांग रहे वोट

विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए प्रत्याशियों के पास केवल दो दिन का समय शेष रह गया है। प्रचार के समय में गुहला विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं पर फोकस कर उनके समाधान करने का आश्वासन देकर वोट की अपील की जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Oct 2019 09:13 AM (IST) Updated:Fri, 18 Oct 2019 09:13 AM (IST)
गुहला में ग‌र्ल्स कालेज बनाने का  वादा कर प्रत्याशी मांग रहे वोट
गुहला में ग‌र्ल्स कालेज बनाने का वादा कर प्रत्याशी मांग रहे वोट

कमल बहल, कैथल : विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए प्रत्याशियों के पास केवल दो दिन का समय शेष रह गया है। प्रचार के समय में गुहला विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं पर फोकस कर उनके समाधान करने का आश्वासन देकर वोट की अपील की जा रही है। गुहला में अभी भी कई ऐसी समस्याएं है जो दूर होने की बजाय और अधिक बढ़ी है।

इस क्षेत्र के पंजाब राज्य से सटा होने के कारण यहां पर सबसे बड़ी समस्या तेजी से बढ़ रहे नशे की है। हलका के सबसे बड़े गांव सीवन में सरकारी कन्या कॉलेज बनाने की मांग भी पुरानी है। जिसे पूरा करने का वादा कर प्रत्याशी वोट मांग रहे है।

यह है क्षेत्र के लोगों के चार मुद्दे

हलका में नशे का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। जिससे युवाओं की जिदगी गर्त में जा रही है। इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है।

क्यों : हलका में नशे का कारोबार समाप्त होगा तो युवा नशे की लत में नहीं पढ़ अच्छी शिक्षा प्राप्त कर रोजगार प्राप्त करेंगे। नशे के कारण उनकी जिदगी बर्बाद नहीं होगी और उनके परिवार वालों को भी सुकून मिलेगा। अब बढ़ रहे नशे के कारण वे भी परेशान हो चुके है।

क्या : हलका में करीब 130 गांव हैं, जिसमें डेरे भी शामिल है। यहां पर सड़कों की हालत खस्ता है, कई डेरों में जाने वाली सड़कें बन ही नहीं पाई है, यहां पर कच्चे रास्ते हैं।

क्यों : यदि हलका के सभी गांवों व डेरों को जोड़ने वाले रास्ते पक्के होंगे तो किसान व हलका के लोगों को बरसात के मौसम में परेशानी नहीं होगी, सड़कों के बनने से क्षेत्र का विकास होगा।

क्या : हलका में अधिकतर गांवों में अभी भी सरकार परिवहन सुविधा नहीं पहुंच पाई है, जिससे ग्रामीण अंचल में रहने वाली छात्राएं उच्च शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाई हैं।

क्यों : हलका में गांवों से शहरी क्षेत्र को जोड़ने वाली सड़कें नहीं बन पाई है, जो बनी है वह लिक रोड है, अभी तक कोई भी प्रत्याशी विधायक बनकर परिवहन सुविधा नहीं दे सका है। यदि परिवहन सुविधा होगी तो लड़कियों व अन्य लोगों को शहरी क्षेत्र में आने तक कोई परेशानी नहीं होगी।

क्या : स्वास्थ्य सेवाओं की हलका में कमी है, घग्गर पार के गांवों का पंजाब से सटा होने के कारण यहां पर अधिक समस्या है।

क्यों : हलका जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, लेकिन घग्गर पार के गांव 40 किलोमीटर से भी अधिक दूरी पर स्थित है, यही कारण है यहां पर अच्छी सुविधाएं नहीं मिल पाई है, मोहल्ला क्लीनिक के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकती है। नशा मुक्त हलका बनाने के लिए विशेष बिल लाया जाएगा :

कांग्रेस प्रत्याशी दिल्लू राम ने कहा कि हलका में सबसे बड़ी समस्या नशे की है, इसे दूर करने के लिए विधायक बनने के बाद पंजाब की तर्ज पर विशेष कानून लाया जाएगा, जिसके बाद यहां पर नशा खत्म होगा। नशे के खत्म होने से युवा आगे बढ़ सकेंगे। नशे पर करूंगा सर्जिकल स्ट्राइक :

भाजपा प्रत्याशी रवि तारांवाली ने कहा कि विधायक बनने के बाद सबसे पहले हलका में नशे पर सर्जिकल स्ट्राइक किया जाएगा, गुहला हलके को विकास के मामले में पूरे प्रदेश में रॉल मॅडल बनाने का काम किया जाएगा। हलके के गांवों से लेकर कस्बों तक शिक्षा स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में अग्रणी बनाया जाएगा। इसके साथ ही मूलभूत सुविधा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

शिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधा को बेहतर बनाया जाएगा :

जजपा प्रत्याशी ईश्वर सिंह ने कहा कि हलका में शिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधा को बेहतर बनाया जाएगा। हलका के तहत हर गांव की समस्याओं को निपटारा कराया जाएगा, चाहे वह पानी की होगी या बिजली से संबंधित। यदि वह विधायक बनते है तो हलका के सभी गांवों में भी समान रूप से विकास करवाया जाएगा। पूरे हलके में समान रूप से विकास करवाएंगे।

नशा को जड़ से मिटाना ही प्राथमिकता : हंस

निर्दलीय प्रत्याशी देवेंद्र हंस ने कहा कि यदि गुहला की जनता ने उन्हें विधायक बनने का मौका दिया तो सबसे पहले वह केवल दस दिनों के भीतर नशे को खत्म करने के ठोस कदम उठाएंगे। वह विधायक बनने के बाद पूरे हलके में समान रूप से विकास करवाएंगे। इसके साथ ही विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा देने के लिए कार्य किया जाएगा।

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