प्री-प्राइमरी स्कूलों को खोलने के फैसले निदेशक ने मांगा स्कूलों का प्रपोजल

हाल ही में प्रदेश सरकार की ओर से बजट में पूरे राज्य में प्री-प्राइमरी स्कूल खोलने के फैसले के बाद इसे खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। स्कूलों को खोलने को लेकर शिक्षा विभाग ने निदेशक ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्रपोजल मांगा है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 20 Mar 2020 09:52 AM (IST) Updated:Fri, 20 Mar 2020 09:52 AM (IST)
प्री-प्राइमरी स्कूलों को खोलने के फैसले  निदेशक ने मांगा स्कूलों का प्रपोजल
प्री-प्राइमरी स्कूलों को खोलने के फैसले निदेशक ने मांगा स्कूलों का प्रपोजल

जागरण संवाददाता, कैथल : हाल ही में प्रदेश सरकार की ओर से बजट में पूरे राज्य में प्री-प्राइमरी स्कूल खोलने के फैसले के बाद इसे खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। स्कूलों को खोलने को लेकर शिक्षा विभाग ने निदेशक ने जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्रपोजल मांगा है। कार्यालय की ओर से जानकारी को जुटाना भी शुरू कर दिया गया है। वहीं डीईईओ का कहना है कि सरकार इस फैसले में तेजी से कार्य कर रही है। इसी कड़ी में जिले में करीब 200 प्री-प्राइमरी स्कूल खोले जाएंगे। इसको लेकर निदेशक के कार्यालय की ओर से मांगी गई रिपोर्ट के बाद अंग्रेजी माध्यम वाले और बैग फ्री वाले स्कूलों की छंटनी की जा रही है। इन्हीं स्कूलों में प्री-प्राइमरी स्कूल बनाए जाएंगे।

सरकार ने बजट में किया है फैसला :

प्रदेश सरकार की ओर से प्रस्तुत किए गए बजट के दौरान स्वयं सीएम ने पूरे प्रदेश में कुल चार हजार प्ले वे स्कूल की तर्ज पर प्री-प्राइमरी स्कूल खोलने का ऐलान किया था। इसी दिशा में सरकार की ओर से शिक्षा विभाग को कार्य करने के आदेश जारी किए गए हैं। इन स्कूलों में प्ले वे स्कूलों में दी जाने वाली सुविधाओं की तर्ज पर ही सुविधाएं दी जाएंगी।

रिपोर्ट की जा रही तैयार :

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शमशेर सिंह सिरोही ने बताया कि शिक्षा विभाग के निदेशक की ओर से प्री-प्राइमरी स्कूलों को खोलने को लेकर डीईईओ कार्यालय से उन स्कूलों का ब्यौरा मांगा था, जो बैग फ्री और अंग्रेजी माध्यम के हैं। यह रिपोर्ट तैयार की जा रही है। रिपोर्ट के तैयार होने के बाद इसे निदेशक के कार्यालय में प्रेषित कर दिया जाएगा।

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