2468 विद्यार्थियों ने दी खंड स्तरीय सड़क सुरक्षा परीक्षा

जिले के 679 स्कूलों के 2468 जिले के 679 स्कूलों के 2468 विद्यार्थियों ने सोमवार को सड़क सुरक्षा जागरूकता परीक्षा दी। परीक्षा में निजी और सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। एसपी आस्था मोदी ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक और राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बनाए गए केंद्र का दौरा कर परीक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 10:45 PM (IST) Updated:Mon, 12 Nov 2018 10:45 PM (IST)
2468 विद्यार्थियों ने दी खंड स्तरीय सड़क सुरक्षा परीक्षा
2468 विद्यार्थियों ने दी खंड स्तरीय सड़क सुरक्षा परीक्षा

जागरण संवाददाता, कैथल : जिले के 679 स्कूलों के 2468 विद्यार्थियों ने सोमवार को सड़क सुरक्षा जागरूकता परीक्षा दी। परीक्षा में निजी और सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। एसपी आस्था मोदी ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक और राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में बनाए गए केंद्र का दौरा कर परीक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि परीक्षा में भाग लेने वाले सभी विद्यार्थी स्कूल स्तर पर हुई परीक्षा के बाद चुने गए हैं। इसके बाद जिला स्तर, मंडल और फिर राज्य स्तर भी परीक्षा का आयोजन करवाया जाएगा। जांच दौरान छात्र-छात्राओं को यातायात नियमों की पालना करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि परीक्षा के बाद ये विद्यार्थी हासिल की गई जानकारी को अपने परिजनों व आसपास के लोगों के साथ भी सांझा करें और यातायात नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करें। प्रथम और द्वितीय रहने वाले लेंगे जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग

प्रतियोगिता में प्रथम और द्वितीय स्थान हासिल करने वाले विद्यार्थी जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेंगे। जो विद्यार्थी राज्य स्तर तक पहुंचेंगे उनको पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।

हेलमेट व सीट बेल्ट नहीं लगाने से प्रतिदिन हो रही 43 मौत

एसपी आस्था मोदी ने बताया कि भारत सरकार के परिवहन मंत्रालय के ट्रांसपोर्ट रिसर्च ¨वग की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2016 में चार लाख 80 हजार 652 सड़क दुर्घटनाएं हुई और इनमें एक लाख 50 हजार 785 लोग मारे गए। हर रोज सड़क दुर्घटना में 377 मौतें हो रही हैं। जिनमें से दो तिहाई 18 से 45 आयु वर्ग के थे। सिर्फ हेलमेट और सीट बेल्ट नहीं पहनने के कारण के ही रोजाना 43 मौतें हो रही हैं, जिनमें अधिकतर युवा हैं। इस तरह की परीक्षा से इन युवाओं में जागरूकता आएगी।

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