नगर परिषद के अधीन 16 नाले, 30 जुलाई तक चलेगा सफाई अभियान
जागरण संवाददाता कैथल शहर में बरसात के समय सड़कें पानी से भर जाती हैं। इसका कारण ह
जागरण संवाददाता, कैथल : शहर में बरसात के समय सड़कें पानी से भर जाती हैं। इसका कारण है नियमित रूप से नालों की सफाई ना होना है। अब जल्द ही मानसून आने वाला है। ऐसे में नालों की सफाई जरूरी है। नगर परिषद के अधीन शहर में 16 गंदे नाले हैं। नप ने इन नालों की सफाई के लिए 13 टीमों का गठन कर दिया गया है। इस कार्य के लिए 30 सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। 18 जून से अभियान शुरू हो चुका है और 30 जुलाई तक लगातार अभियान जारी रहेगा। कर्मचारियों के अलावा एक जेसीबी और दो ट्रैक्टर भी लगाए गए हैं। नगर परिषद के चार जेई और सफाई शाखा के अधिकारियों की देखरेख में काम होगा। एक टीम को अपने एरिया में नाले की सफाई के लिए चार से पांच दिनों का समय दिया जाएगा। उसके बाद दूसरे अधिकारी की देखरेख में अभियान शुरू कर दिया जाएगा। बता दें कि नियमित रूप से नालों की सफाई ना होने के कारण गंदगी जमा रहती है। गंदा पानी भी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बहता है। सफाई शाखा कर्मचारी लखविद्र ने शहर के नालों का निरीक्षण कर रिपोर्ट अधिकारियों को दी है। बाक्स ये हैं नगर परिषद के अधीन नाले नगर परिषद के अधीन माता गेट से चीका बाइपास की तरफ वाला नाला। सीवन गेट से चीका रोड बाइपास नाला। डोगरा गेट से मानस रोड बाइपास नाला। प्रताप गेट से पाडला रोड बाइपास नाला। काला माता मंदिर से प्रताप गेट तक नाला। चंदाना गेट से मानस ड्रेन तक नाला। रेलवे गेट से ग्यारह रुद्री मंदिर तक नाला। शक्ति नगर श्मशान घाट के सामने नाला। राम नगर अनाज मंडी से ड्रेन तक नाला। खुराना रोड बाइपास से पंपिग स्टेशन तक नाला। सब्जी मंडी से भगत सिंह चौक तक नाला। न्यू करनाल रोड के साथ नाला। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी बलबीर सिंह ने बताया कि नगर परिषद के अधीन आने वाले गंदे नालों की सफाई शुरू करवा दी गई है। इसके लिए 13 टीमें गठित कर दी गई हैं। 30 जुलाई तक अभियान चलाकर सभी नालों को साफ कर दिया जाएगा।