जिला समाज कल्याण विभाग से गुम हो रहे पेंशन के आवदेन

जागरण संवाददाता, कैथल : बाबू जी नमस्कार : मेरी पेंशन नहीं बनी, फार्म को जमा कराए एक साल हो गया, पेंश

By Edited By: Publish:Tue, 09 Feb 2016 12:58 AM (IST) Updated:Tue, 09 Feb 2016 12:58 AM (IST)
जिला समाज कल्याण विभाग से गुम हो रहे पेंशन के आवदेन

जागरण संवाददाता, कैथल : बाबू जी नमस्कार : मेरी पेंशन नहीं बनी, फार्म को जमा कराए एक साल हो गया, पेंशन कब बनेगी? यह शब्द लोगों के रोजाना समाज कल्याण विभाग में सुनने को मिल रहे हैं। सुबह से लेकर शाम तक लोग अपने कार्यो को लेकर कार्यालय के चक्कर लगाने को मजबूर हैं, लेकिन किसी का छह माह से तो किसी का एक साल से फार्म जमा होने के बाद भी पेंशन का लाभ आज तक नहीं मिल पाया है। लोगों का कहना है कि सभी दस्तावेज लगाकर फार्म जमा कराते हैं। इसके बावजूद कार्यालय से फार्म गायब हो रहे हैं।

फार्म क्यों व कैसे गायब हो रहे हैं? इस बारे में लोग भी सोचने को मजबूर हैं। सीट पर बैठे कर्मचारियों भी कोई संतोषकजनक जवाब इस बारे में नहीं दे रहे हैं। इस कारण सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए लोग दोबारा से फार्म जमा कराने पर मजबूर हैं। इससे एक तो लोगों को आर्थिक नुकसान हो रहा है, दूसरा समय भी बर्बाद हो रहा है। रोजाना बुढ़ापा पेंशन, विकलांग पेंशन, वरिष्ठ नागरिक के पहचान पत्र को लेकर लोग चक्कर लगाने को मजबूर हैं, लेकिन सुनवाई न होने पर खाली हाथ लौट रहे हैं। कार्यालय में फार्मो पर धुल चढ़ी हुई है।

क्यों गायब हो रहे हैं फार्म?

जिला समाज कल्याण विभाग से फार्म क्यों गायब हो रहे हैं। इस बारे में लोग भी सोचने को मजबूर हैं। लोगों का कहना है कि कई दिनों तक चक्कर लगाने के बाद फार्म में दी गई सभी शर्तो को पूरा कर फार्म जमा करवाए जाते हैं, लेकिन इसके भी फार्म कैसे और क्यों गायब हो जाते हैं। जब सभी कागजात लगाकर फार्म जमा करवा दिए जाते हैं तो लोगों को लाभ जल्द क्यों नहीं मिल रहा है। कई-कई माह तक लोग क्यों चक्कर लगाने पर मजबूर हैं।

सीट पर नजर नहीं आते कर्मचारी

जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ढिलोड़ के पास कैथल जिला के साथ ही करनाल सीएम सिटी का भी चार्ज है। इससे वे सप्ताह में दो या तीन दिन करनाल कार्यालय में भी जाते हैं। उनकी अनुउपस्थिति में कार्यालय में कर्मचारी सीट पर बैठे कम ही नजर आते हैं। कई कर्मचारी तो बाहर बैठकर धूप सेकते हुए नजर आता है। कर्मचारियों के सीट पर न होने से लोग स्वयं ही पहचान पत्र व अपने फॉर्म ढुंढते हुए दिखाई देते हैं।

पांच चक्कर लगा चुका हूं : ईश्वर

शहर के वार्ड नंबर तीन के रहने वाले ईश्वर ¨सह ने बताया कि बुढ़ापा पेंशन के लिए चक्कर लगा रहा हूं, कई माह पहले फार्म जमा कराया था, लेकिन आज तक पेंशन नहीं बनी है। फार्म के बारे में भी कोई कुछ नहीं बता रहा है।

नहीं बनी पेंशन : राजेंद्र

हरसौला गांव के विकलांग राजेंद्र ¨सह ने बताया कि विकलांगता की पेंशन को लेकर वे कार्यालय में कई दिनों से आ रहे हैं। यहां कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जमा करवाए गए फार्म के बारे में भी कोई कुछ नहीं बताता।

जून में जमा कराया था फार्म : राममेहर

डोगर पट्टी के राममेहर ने बताया कि मेवा देवी की बुढ़ापा पेंशन को लेकर जून माह में फार्म जमा कराया था। आज तक भी पेंशन नहीं बनी है। पेंशन को लेकर यहां चक्कर लगाने को मजबूर हूं। फार्म के बारे में भी कुछ पता नहीं है।

एक साल होने को है : सोमदत्त

चूहड़माजरा गांव के सोमदत्त ने बताया कि बुजुर्ग जयभगवान की पेंशन को लेकर एक साल पहले फार्म जमा कराया था। आज तक भी पेंशन नहीं बनी है। पेंशन को लेकर कई बार कार्यालय के चक्कर लगा चुका हूं। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

दो बार जमा कराए फार्म : प्रेमचंद

प्रेमचंद सैनी ने बताया कि फार्मो को लेकर यहां लापरवाही बरती जा रही है। कार्यालय में जमा करवाने के बार भी फार्म गायब हो रहे हैँ। उन्होंने दो लोगों के फार्म दोबारा जमा करवाए हैं। इसके बाद भी पेंशन नहीं बनी है।

नहीं बरती जाती लापरवाही : सत्यवान

जिला समाज कल्याण अधिकारी सत्यवान ढिलोड ने बताया कि कार्यालय में नई पेंशन व अन्य आवेदनों को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरती जा रही है। जो भी फार्म जमा होते हैं उनका लाभ लाभार्थियों को मिल रहा है। इस समय एक भी फार्म पें¨डग नहीं है। आधार कार्ड को लेकर कर्मचारियों की ड्यूटी फील्ड में लगाई हुई है। यदि इसके बाद भी किसी व्यक्ति को कोई परेशानी है तो वे उसे कार्यालय में मिलकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकता है। किसी भी प्रकार की परेशानी लोगों को नहीं आने दी जाए।

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