जहां सहमति नहीं बनती, मिढ़ा वहीं पर करते हैं विरोध: बंसल

एसडी स्कूल शिक्षण संस्था के प्रधान व पूर्व पार्षद लक्ष्मीनारायण बंसल ने नगर परिषद में चल रहे घमासान को लेकर विधायक डा. कृष्ण मिढ़ा पर निशाना साधा है। बंसल ने कहा कि मिढ़ा परिवार चार बार से विधायक है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Aug 2020 06:49 AM (IST) Updated:Fri, 14 Aug 2020 06:49 AM (IST)
जहां सहमति नहीं बनती, मिढ़ा वहीं पर करते हैं विरोध: बंसल
जहां सहमति नहीं बनती, मिढ़ा वहीं पर करते हैं विरोध: बंसल

जागरण संवाददाता, जींद : एसडी स्कूल शिक्षण संस्था के प्रधान व पूर्व पार्षद लक्ष्मीनारायण बंसल ने नगर परिषद में चल रहे घमासान को लेकर विधायक डा. कृष्ण मिढ़ा पर निशाना साधा है। बंसल ने कहा कि मिढ़ा परिवार चार बार से विधायक है। लेकिन जींद में विकास के लिए एक भी प्रोजेक्ट नहीं लाए। कृष्ण मिढ़ा शहर की जनता को बताएं कि उन्होंने जींद हलके में विकास के लिए क्या कार्य किया है।

वीरवार को जारी बयान में लक्ष्मीनारायण बंसल ने कहा कि नगर परिषद और विधायक के बीच चल रही रस्साकशी की सच्चाई सामने आनी चाहिए। पूरा जींद शहर बदहाली के दौर से गुजर रहा है। जींद हलके की जनता चार बार से मिढ़ा परिवार को विधानसभा में भेज रही है, लेकिन उन्होंने निजी हित साधने के बजाय जींद के लिए कोई काम नहीं किया। मिढ़ा परिवार ने जनता के विश्वास को ठेस पहुंचाई है। अब विधायक जनता को दिखाने के लिए नगर परिषद का विरोध कर रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि जहां जहां सहमति से काम होते है, वहां डॉ. कृष्ण मिढ़ा चुप रहते हैं। जो अधिकारी व ठेकेदार सहमति नहीं लेते, उनके खिलाफ विधायक मिढ़ा आवाज उठाते हैं। सही बात यह है कि विधायक दबाव बनाकर खुद कुछ पाने के चक्कर में हैं। उन्हें जनता की परेशानी से कुछ नहीं लेना है। विधायक ने नगर परिषद पर 5 करोड़ के घपले के आरोप लगाये हैं, ऐसा है तो उन तथ्यों को सार्वजनिक करें।

सीएम ईमानदारी का राग अलाप रहे, मिढ़ा कह रहे भाजपा राज में हुआ भ्रष्टाचार

पूर्व पार्षद लक्ष्मीनारायण बंसल ने कहा कि भाजपा सरकार की पोल खुद उनके विधायक खोल रहे हैं। मिढ़ा के आरोपों से साफ है कि भाजपा सरकार में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। मुख्यमंत्री सहित आला भाजपा नेता कहते हैं कि साढ़े पांच सालों में भ्रष्टाचार घटा है, लेकिन जींद के विधायक कह हैं कि भ्रष्टाचार अपनी सीमाएं लांघ चुका है। बंसल ने कहा कि जजपा भी सरकार में सहयोगी है, इसलिए उसकी साफ-सुधरी छवि पर भी असर पड़ेगा।

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