आज नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन, जेजेपी व निर्दलीयों को मिलेंगे चुनाव चिह्न

जागरण संवाददाता, जींद : जींद उपचुनाव में कितने प्रत्याशी मैदान में ताल ठोकेंगे, इसकी तस्वीर सोमवार को साफ हो जाएगी। जिन प्रत्याशियों ने नामांकन किया था, सोमवार सायं 3 बजे तक वे नाम वापस ले सकते हैं। नाम वापसी के बाद जो प्रत्याशी चुनाव मैदान में डटे रहेंगे, उन्हें चुनाव चिह्न अलॉट किए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jan 2019 01:24 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jan 2019 01:24 AM (IST)
आज नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन, जेजेपी व निर्दलीयों को मिलेंगे चुनाव चिह्न
आज नामांकन वापस लेने का आखिरी दिन, जेजेपी व निर्दलीयों को मिलेंगे चुनाव चिह्न

जागरण संवाददाता, जींद : जींद उपचुनाव में कितने प्रत्याशी मैदान में ताल ठोकेंगे, इसकी तस्वीर सोमवार को साफ हो जाएगी। जिन प्रत्याशियों ने नामांकन किया था, सोमवार सायं 3 बजे तक वे नाम वापस ले सकते हैं। नाम वापसी के बाद जो प्रत्याशी चुनाव मैदान में डटे रहेंगे, उन्हें चुनाव चिह्न अलॉट किए जाएंगे।

उपचुनाव में कुल 34 लोगों ने 42 नामांकन दाखिल किए थे। स्क्रूटनी के दौरान इनमें से 7 नामांकन रद हो गए थे और 27 सही मिले थे। नामांकन के बाद सभी दलों की ओर से चुनाव प्रचार शुरू हो गया है। भाजपा, इनेलो व कांग्रेस बड़ी पार्टियां हैं। इनके चुनाव चिह्न अलॉट हैं। लेकिन निर्दलीयों के अलावा जेजेजी उम्मीदवार दिग्विजय चौटाला के पास अभी कोई चुनाव चिह्न है। उन्होंने कुछ समय पहले ही अपनी पार्टी का गठन किया है, इसलिए अभी चुनाव आयोग से पार्टी को चिह्न नहीं मिला है। जेजेपी समर्थकों की निगाह इस पर है कि सोमवार को चुनाव आयोग उन्हें क्या चिह्न अलॉट करता है। वहीं, सोमवार को सभी पार्टियों का चुनाव प्रचार भी जोर पकड़ लेगा। भाजपा के प्रदेश के सभी आला नेता दिल्ली के रामलीला मैदान में राष्ट्रीय अधिवेशन में इकट्ठे थे, इसलिए सोमवार को वे जींद पहुंच जाएंगे। कांग्रेस के बड़े नेता भी धीरे-धीरे जींद आना शुरू हो गए हैं। इनेलो नेता अभय चौटाला ने रविवार को जींद में बसपा-इनेलो कार्यकर्ताओं की मी¨टग ली। वहीं, जेजेपी की तरफ से संस्थापक अजय चौटाला ने रविवार को हलके के कई गांवों का दौरा किया। यह उनका प्रचार का आखिरी दिन था। जेजेपी की तरफ से अभी तक विधायक नैना चौटाला मैदान में नहीं आई हैं। कुछ दिन पहले उनके जीजा की मौत हो गई है। अगले दो-तीन दिन बाद वे भी जींद में मोर्चा संभाल लेंगी। लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी के संस्थापक सांसद राजकुमार सैनी कई दिन से जींद में ही डटे हुए हैं। अब अगले दो सप्ताह तक जींद में पूरी तरह चुनावी गहमागहमी रहेगी।

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