अरब सागर में उठे चक्रवात की नमी से छाया स्मॉग, प्रदूषण स्तर दिल्ली से भी खतरनाक

पटाखों के धुएं से जींद की आबोहवा दिल्ली से भी जहरीली हो गई है। मंगलवार को अरब सागर में उठे चक्रवात की वजह से हवा में नमी की मात्रा ज्यादा हो गई जिसमें पटाखों से निकले जहरीले धुएं के मिल जाने से स्मॉग छा गया। इससे आंखों में जलन तो पैदा होती रही।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 30 Oct 2019 07:20 AM (IST) Updated:Wed, 30 Oct 2019 07:20 AM (IST)
अरब सागर में उठे चक्रवात की नमी से छाया स्मॉग, प्रदूषण स्तर दिल्ली से भी खतरनाक
अरब सागर में उठे चक्रवात की नमी से छाया स्मॉग, प्रदूषण स्तर दिल्ली से भी खतरनाक

जागरण संवाददाता, जींद : पटाखों के धुएं से जींद की आबोहवा दिल्ली से भी जहरीली हो गई है। मंगलवार को अरब सागर में उठे चक्रवात की वजह से हवा में नमी की मात्रा ज्यादा हो गई, जिसमें पटाखों से निकले जहरीले धुएं के मिल जाने से स्मॉग छा गया। इससे आंखों में जलन तो पैदा होती रही। साथ ही, दृश्यता भी कम हो गई है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार वीरवार से मौसम साफ होने के आसार हैं।

दिवाली के बाद हर साल पूरे शहर में जहरीली हवा की एक चादर सी बिछ जाती है। हवा में जहरीले तत्वों की मौजूदगी के कारण एयर क्वॉलिटी इंडेक्स का स्तर बिल्कुल गिर जाता है। ऐसी हवा में सांस लेना खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक माना जाता है। पिछले कई दिनों से पूर्व की तरह से चल रही हवा के कारण अरब सागर से उठने वाले चक्रवात की नमी यहां तक पहुंच गई है। दिवाली पर लोगों ने करोड़ों रुपये के पटाखे फोड़े, जिससे जहरीला धुआं निकला और आसमान में पहुंच गया। आसमान में नमी के चलते यह धुआं नमी में मिल गया और स्मॉग की एक चादर बन गई। पूरे दिन इस स्मॉग का असर शहर में देखने को मिला। मंगलवार को शहर में एक्यूआई (एयर क्वालिटी इंडक्स) 364 रहा, और पीएम 2.5 की मात्रा भी 439 माइक्रोग्राम रही, जो बहुत ज्यादा खतरनाक है। लंबे समय तक पीएम की मात्रा इतनी ज्यादा होने पर सांस की बीमारी हो जाती है। आंखों पर बुरा असर पड़ता है। मंगलवार को बाइक व साइकिल सवारों की आंखों में स्मॉग के कारण बार-बार पानी आता रहा और आंखों में जलन होती रही। दुकानदार व सड़क पर चलने वाले लोग भी परेशान रहे।

दृश्यता हुई कम

वातावरण में फैले इस स्मॉग की वजह से मंगलवार को सामान्य दिनों की अपेक्षा दृश्यता काफी कम रही। बाइक और स्कूटी पर चलते समय आंखों में जलन महसूस हुई। शहर के गोहाना रोड पर वाहन चालक हेलमेट, चश्मे और मुंह पर मास्क लगा जाते दिखाई दिए। पूरे दिन स्मॉग का प्रभाव देखने को मिला। सूर्य देवता के भी दोपहर को ही दर्शन हुए। शाम होते-होते शहर को फिर से स्मॉग ने घेर लिया।

बृहस्पतिवार से मौसम साफ होने के आसार

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक डॉ. मदन लाल खीचड़ का कहना है कि दिवाली के बाद कुछ दिन तक वातावरण में स्मॉग का असर रहता है। प्रदेश में 3 नवम्बर तक मौसम परिवर्तनशील रहने की संभावना है। मंगलवार व बुधवार को क्यार साइक्लोन के आंशिक प्रभाव के कारण राज्य में बादल छाए रहने की संभावना है, जिससे दिन के तापमान में हल्की गिरावट होगी। वीरवार से बाद मौसम साफ होने के आसार हैं। वीरवार के बाद हवा पश्चिम की तरफ से तथा उत्तर-पश्चिमी चलने लगेंगी, जिससे स्मॉग छंटने लगेगा। जब तेज हवा चले या बरसात हो जाए तो भी यह स्मॉग छंट जाएगा। पश्चिमी विक्षोभ के आंशिक प्रभाव व क्यार साइक्लोन के कारण आई नमी के प्रभाव के कारण राज्य में 2 व 3 नवंबर को गरज और चमक के साथ कहीं-कहीं छिटपुट बूंदाबांदी या हल्की बारिश की संभावना है।

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