शमशेर सिंह सुरजेवाला 50 साल तक कांग्रेस की ताकत बने रहे
प्रदेश के बिजली व सिचाई मंत्री रहे स्व. शमशेर सिंह सुरजेवाला पांच दशक तक कांग्रेस की ताकत बने रहे।
जागरण संवाददाता, जींद : प्रदेश के बिजली व सिचाई मंत्री रहे स्व. शमशेर सिंह सुरजेवाला पांच दशक तक कांग्रेस की ताकत बने रहे। 1966 में हरियाणा बनने के बाद पहली विधानसभा के सदस्य बने और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। किसान नेता के रूप में वह देश व प्रदेश में कांग्रेस का प्रमुख चेहरा रहे।
शमशेर सुरजेवाला ने पहली बार 1967 में नरवाना विधानसभा से आरपीआई की टिकट पर चुनाव लड़ा और कांग्रेस के कलीराम को 1519 वोटों से हराकर विधायक बने। 1977 में जनता पार्टी की लहर में निर्दलीय टेकचंद को 836 वोटों से हराया। इसके 1982 में लगातार दूसरी बार टेकचंद को हराकर बिजली व सिचाई मंत्री रहे। इस दौरान नरवाना हलके सहित प्रदेशभर में सिचाई के लिए अनेक रजवाहों व माइनरों का निर्माण कराया। जमीन से जुड़े शमशेर सुरजेवाला हर वर्ग की नब्ज पहचानते थे। दोस्तों के बीच में वह यारों के यार थे। उनके निधन पर मंगलवार को कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य गुलाम नबी आजाद, सांसद धर्मबीर सिंह, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ सहित अनेक नेताओं ने नरवाना में सुरजेवाला भवन पहुंचकर शोक व्यक्त किया। पूर्व प्रधानमंत्री सरदार मनमोहन सिंह व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ने रणदीप सिंह सुरजेवाला को लिखे पत्र में संवेदना व्यक्त की। इनके अलावा पूर्व विधायक राव धर्मपाल, रणबीर महेंद्रा, दिल्लूराम बाजीगर, कृष्णमूर्ति हुड्डा, प्रदीप गिल, एसई रवि मित्तल, ईओ एसके चौहान, पार्षद राजू, कैलाश सिगला, ईश्वर दनौदा सहित प्रदेशभर के अनेक नेताओं ने सुरजेवाला के निधन पर शोक व्यक्त किया।