सफाई कर्मियों ने की 4 हजार रुपये जोखिम भत्ता देने की मांग

नगर परिषद सफाई कर्मचारियों ने मांगों को लेकर शुक्रवार को ईओ डा. एसके चौहान को गृह एवं स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज के नाम मांग पत्र सौंपा।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 07:40 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 07:40 AM (IST)
सफाई कर्मियों ने की 4 हजार रुपये जोखिम भत्ता देने की मांग
सफाई कर्मियों ने की 4 हजार रुपये जोखिम भत्ता देने की मांग

जागरण संवाददाता, जींद : नगर परिषद सफाई कर्मचारियों ने मांगों को लेकर शुक्रवार को ईओ डा. एसके चौहान को गृह एवं स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज के नाम मांग पत्र सौंपा। जिलाध्यक्ष जगदीश नरवाना और जींद इकाई प्रधान पवन ने बताया कि ड्यूटी के दौरान कोरोना से कर्मचारी की मृत्यु पर सरकार ने 50 लाख रुपये देने की घोषणा की हुई है। मृतक कर्मचारी के परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी दी जाए। चार हजार रुपये जोखिम भत्ता, कोरोना काल में सभी जिलों के कर्मचारियों को तेल व साबुन हर महीने मिलता था। जो पिछले पांच माह से नहीं मिल रहा है। समय पर तेल व साबुन दिया जाए। रिटायर हो चुके कर्मचारियों का बकाया पैसा जल्द जारी किया जाए। ठेका प्रथा बंद करके डीसी रेट पर कर्मचारी लगाए जाएं। नगर परिषद जींद में जो डीसी रेट पर कर्मचारी लगे हुए हैं, उन्हें पक्के कर्मचारियों की तरह एलटीसी का लाभ मिले। स्वीपिग मशीन आने के बाद ठेकेदार ने 72 कर्मचारियों को हटा दिया। उन कर्मचारियों को दोबारा काम पर रखा जाए। नरवाना नगर परिषद में डीसी रेट के कर्मचारियों का चार साल का बकाया पीएफ खातों में डाला जाए। फायर कर्मियों ने की रिक्त पदों पर नियुक्ति की मांग

फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने भी खाली पदों को भरने की मांग करते हुए ईओ को स्थानीय निकाय मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। जिला प्रधान बलवान सिंह, इकाई प्रधान पवन चौहान ने बताया कि जींद में फिलहाल 19 कर्मचारी हैं। इनमें 13 फायरमैन, तीन चालक, एक सब अफसर और एक फायर अफसर है। पांच गाड़ियां हैं। एक गाड़ी पर पांच का स्टाफ कर्मचारियों का होना चाहिए। फायर ऑपरेटर की कमी है। इसलिए 10 फायर ऑपरेटर लगाए जाएं। पहले हटाए गए अनुबंध आधार पर कर्मचारियों को प्राथमिकता दी जाए। कर्मचारियों को चार हजार रुपये जोखिम भत्ता और एक हजार रुपये वर्दी भत्ता दिया जाए।

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