निजी स्कूल संचालकों ने डीसी को दिया ऑड-ईवन फार्मूले से कक्षाएं लगाने का विकल्प

कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण 30 अप्रैल तक आठवीं तक कक्षाएं न लगाने का निर्णय लिया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 13 Apr 2021 07:30 AM (IST) Updated:Tue, 13 Apr 2021 07:30 AM (IST)
निजी स्कूल संचालकों ने डीसी को दिया ऑड-ईवन फार्मूले से कक्षाएं लगाने का विकल्प
निजी स्कूल संचालकों ने डीसी को दिया ऑड-ईवन फार्मूले से कक्षाएं लगाने का विकल्प

जागरण संवाददाता, जींद: कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण 30 अप्रैल तक आठवीं तक कक्षाएं न लगाने के आदेशों को मानने से निजी स्कूल संचालकों ने इनकार कर दिया है। सोमवार को जिले में कई निजी स्कूल खुले रहे। स्कूल संचालकों ने डीसी से मिलकर ज्ञापन सौंपा और उन्हें आठवीं तक कक्षाएं पूरी तरह बंद करने के बजाय ऑड-ईवन फार्मूले लागू करने का विकल्प दिया। ताकि बच्चा सप्ताह में तीन दिन तो स्कूल आ सके। वहीं, मंगलवार को स्कूल संचालक चंडीगढ़ में शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर से भी मुलाकात करेंगे।

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष वजीर ढांडा के नेतृत्व में लघु सचिवालय पहुंचे निजी स्कूल संचालकों ने कहा कि वे किसी भी सूरत में आठवीं तक की कक्षाओं को बंद नहीं करेंगे। उन्होंने सरकार को 15 अप्रैल तक का अल्टीमेटम देते हुए स्कूल स्टाफ व बसों के साथ लघु सचिवालय में डेरा डालने की चेतावनी दी है। जिलेभर में 450 से ज्यादा निजी स्कूल हैं, जिनसे लगभग दस हजार स्टाफ परिवारों की रोजी रोटी चलती है। दो लाख से छात्र स्कूलों में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए स्कूल संचालकों ने कहा कि पिछले शैक्षणिक सत्र के दौरान कोरोना संक्रमण के चलते स्कूल बंद रहे। इस कारण स्कूल संचालकों को काफी नुकसान उठाना पडा। छात्रों की पढ़ाई भी बाधित हुई। नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने के साथ फिर कोरोना संक्रमण की बात कहकर आठवीं तक की कक्षाओं को बंद करने के फरमान जारी कर दिए। स्कूलों में संक्रमण को लेकर कड़ी सतर्कता बरती जाती है। जबकि धरना, प्रदर्शन या रैलियों व जनसभाओं में कहीं पर भी एहतिहात नहीं बरती जाती। वहां पर कोई कोरोना संक्रमण की जांच नहीं होती। फिर भी प्राइवेट स्कूलों को निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि स्कूलों में सभी कक्षाएं नियमित लगाने की अनुमति दी जानी चाहिए।

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--तो लघु सचिवालय में डेरा डालकर डीसी को सौंप देंगे चाबी

निजी स्कूल संचालकों ने कहा कि स्कूलों को खुला रखने के लिए मंगलवार को शिक्षा मंत्री से मिलेंगे। उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो 15 अप्रैल को सभी स्कूल संचालक, स्टाफ, बसों के साथ लघु सचिवालय में डेरा डाल लेंगे और चाबियां डीसी को सौंप देंगे। इस अवसर पर इंडस स्कूल के निदेशक सुभाष श्योराण, शिवनारायण शर्मा, पुरुषोत्तम शर्मा, अनिल शर्मा, जितेंद्र ढांडा, मनदीप दूहन, कृष्ण ढांडा, सफीदों से नरेश बराड, विक्रम, सुतीश धरौदी, राजेश चहल, होशियार सिंह खटकड़, उषा बराड, अजित सिंह यादव, श्रीपाल रेढू समेत काफी संख्या में निजी स्कूल संचालक मौजूद थे।

--बंद के बजाय ऑड-ईवन पर विचार करे सरकार

इंडस स्कूल के निदेशक सुभाष श्योराण ने कहा कि आठवीं तक की कक्षाएं बंद करना कोरोना संक्रमण से निपटने का कोई विकल्प नहीं है। सरकार के आदेशों से असहज स्थिति बन गई है। स्टाफ, छात्र, अभिभावक दोराहे पर खड़े हो गए हैं। जबकि स्कूलों में कोविड-19 नियमों की सख्ती से पालना की जाती है। विकल्प के तौर पर ऑड-ईवन कक्षाएं लगाई जा सकती हैं। कक्षाएं बंद करने के बजाए दूसरे विकल्पों पर सरकार को विचार करना चाहिए। ताकि हर स्तर पर शैक्षणिक गतिविधियां सुचारु रह सकें।

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नरवाना ब्लॉक में खुले थे ज्यादा स्कूल, भेजे जाएंगे नोटिस

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सदानंद वत्स ने बताया कि पूरे जिले में आठवीं तक के स्कूल खुलने की बीइओ से रिपोर्ट से ली गई थी। हर ब्लॉक में कुछ स्कूल खुले हुए थे, लेकिन नरवाना ब्लॉक में ज्यादा स्कूल खुले मिले। ऐसे स्कूल संचालकों को मंगलवार को नोटिस दिए जाएंगे। स्कूल खुले होने की रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय को भेज दी है। उनकी अभिभावकों व निजी स्कूल संचालकों से अपील है कि सरकार के नियमों का पालन करें।

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