नामांकन के अंतिम दिन लघु सचिवालय में रही कड़ी सुरक्षा, गोहाना रोड से एसडीएम कार्यालय तक छह नाके लगाए

जागरण संवाददाता, जींद : उपचुनाव के लिए बृहस्पतिवार कउपचुनाव के लिए बृहस्पतिवार को नामांकन को लेकर अंतिम तिथि होने से लघु सचिवालय में गहमागहमी के बीच कड़ी सुरक्षा रही। नामांकन के कारण सुबह ही एएसपी अजीत शेखावत के नेतृत्व तीन डीएसपी के साथ गोहाना रोड से लघु सचिवालय की तरफ जाने वाले रास्तों पर बेरिकेट लगा दिए और लघु सचिवालय के अंदर आम जनता के साथ किसी भी पार्टी के समर्थक को अंदर जाने पर रोक लगा दी। इसके कारण लघु सचिवालय के सभी कार्यालयों में काम ठप रहा है और पूरे दिन कर्मचारी खाली बैठे रहे।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 11 Jan 2019 12:42 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jan 2019 12:42 AM (IST)
नामांकन के अंतिम दिन लघु सचिवालय में रही कड़ी सुरक्षा, गोहाना रोड से एसडीएम कार्यालय तक छह नाके लगाए
नामांकन के अंतिम दिन लघु सचिवालय में रही कड़ी सुरक्षा, गोहाना रोड से एसडीएम कार्यालय तक छह नाके लगाए

जागरण संवाददाता, जींद : उपचुनाव के लिए बृहस्पतिवार को नामांकन को लेकर अंतिम तिथि होने से लघु सचिवालय में गहमागहमी के बीच कड़ी सुरक्षा रही। नामांकन के कारण सुबह ही एएसपी अजीत शेखावत के नेतृत्व तीन डीएसपी के साथ गोहाना रोड से लघु सचिवालय की तरफ जाने वाले रास्तों पर बेरिकेट लगा दिए और लघु सचिवालय के अंदर आम जनता के साथ किसी भी पार्टी के समर्थक को अंदर जाने पर रोक लगा दी। इसके कारण लघु सचिवालय के सभी कार्यालयों में काम ठप रहा है और पूरे दिन कर्मचारी खाली बैठे रहे। इस दौरान लघु सचिवालय में कार्यरत कर्मचारी पूरे दिन लघु सचिवालय की ऊपरी मंजिल पर खड़े होकर नामांकन दाखिल करने आने वाले प्रत्याशियों को देखते रहे। लघु सचिवालय में अंदर जाने पर रोक के कारण ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी और कार्यदिवस होने के बावजूद भी उनका कार्य नहीं हो पाया।

लघु सचिवालय में व्यवस्था बनी रहे और आम जनता को नामांकन केंद्र से दूर रखने के लिए पुलिस ने गोहाना रोड से आधा किलोमीटर दूरी पर स्थित एसडीएम कार्यालय तक पहुंचने के लिए छह नाके लगाए गए थे और प्रत्येक नाके पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया। शुरुआत में जहां एएसपी और तीन डीएसपी के अलावा लगभग आधा दर्जन इंस्पेक्टर की देखरेख में गोहाना रोड पर नाका लगाकर अंदर जाने से रोका। इसके थोड़ी ही दूरी पर कोर्ट गेट पर एक नाका लगाया, जो पहले नाके से निकलकर आने वाले लोगों से पूछताछ के बाद ही अंदर जाने दिया। इसके बाद एसएसपी कार्यालय तक तीन नाके लगाए। एसएसपी कार्यालय से एसडीएम कार्यालय तक भी दो नाकों की चे¨कग के बाद ही अंदर जाने दिया। अगर इस दौरान कोई व्यक्ति चकमा देकर अंदर चला भी गया, तो उसको इन नाकों की सुरक्षा की चे¨कग के बाद बाहर निकाल दिया गया।

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प्रत्येक प्रत्याशी को केवल तीन गाड़ियों को जाने दिया अंदर

सुरक्षा के चलते पुलिस ने लघु सचिवालय के अंदर जाने वाले गाड़ियों का पैमाना निर्धारित किया हुआ था। नामांकन दाखिल करने वाले नेताओं को अपने साथ केवल तीन गाड़ियों को ही अंदर लेकर जाने दिया गया। इस दौरान भाजपा प्रत्याशी के साथ प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला, शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, विधायक प्रेमलता आदि नेता शहर में जुलूस के नेतृत्व कैंटर में बनाए गए रथ के साथ नामांकन के लिए पहुंचे। जब उनका रथ लघु सचिवालय की तरफ जाने वाले रास्ते पर पहुंचा तो वहां पर तैनात पुलिस कर्मियों ने उसे रोक दिया और कैंटर को अंदर लेकर जाने की परमिशन नहीं होने की बात कही। इसके बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और मंत्री अपने प्रत्याशी के साथ पैदल ही गोहाना रोड से एसडीएम कार्यालय में पहुंचे। जहां पर नामांकन दाखिल किया। इसी प्रकार कांग्रेस की भी तीन गाड़ियों को ही अंदर जाने दिया गया।

राज्यसभा सदस्य डीपी वत्स और शादीलाल बतरा की गाड़ी को बाहर ही रोका

नामांकन के समय भाजपा नेताओं के अंदर जाने के बाद राज्यसभा सदस्य डीपी वत्स अपनी गाड़ी से पहुंचे। जहां पर लघु सचिवालय के अंदर गाड़ी लेकर जाने लगे तो पुलिस अधिकारियों ने उनको रोक दिया। इस दौरान पैदल ही अंदर जाने की बात कही और उसके साथ तैनात सुरक्षा कर्मी को भी हथियार लेकर जाने से मना कर दिया। इसके बाद पूर्व राज्यसभा सदस्य शादीलाल बतरा को भी अंदर गाड़ी लेकर नहीं जाने दिया। इस दौरान विधायक गीता भुक्कल अपनी गाड़ी को लघु सचिवालय से बाहर खड़ी करके पैदल ही नामांकन केंद्र तक पहुंची। इस दौरान इनेलो सांसद चरणजीत ¨सह रोड़ी को पुलिस कर्मियों ने नहीं पहचाना और आम व्यक्ति समझकर बाहर ही रोक दिया, लेकिन बाद में सांसद होने का पता चलने पर अंदर जाने दिया।

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