नसीब ¨सह गिल बने आइसीएआर में साइंटिस्ट

विजयनगर निवासी नसीब ¨सह गिल ने एग्रीकल्चर सर्विस रिसर्च बोर्ड (इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च) की परीक्षा में दूसरा रैंक हासिल किया है। कुल चार पदों के लिए इस परीक्षा में देशभर के छह सौ से ज्यादा विद्यार्थी बैठे थे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Nov 2018 12:57 AM (IST) Updated:Wed, 14 Nov 2018 12:57 AM (IST)
नसीब ¨सह गिल बने आइसीएआर में साइंटिस्ट
नसीब ¨सह गिल बने आइसीएआर में साइंटिस्ट

जागरण संवाददाता, जींद : विजयनगर निवासी नसीब ¨सह गिल ने एग्रीकल्चर सर्विस रिसर्च बोर्ड (इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च) की परीक्षा में दूसरा रैंक हासिल किया है। कुल चार पदों के लिए इस परीक्षा में देशभर के छह सौ से ज्यादा विद्यार्थी बैठे थे। इसमें दो जनरल, एक ओबीसी और एक एससी श्रेणी के लिए थी।

मूलरूप से रोहतक जिले के खरैंटी गांव में रहने वाले नसीब ¨सह ने बताया कि इस परीक्षा में शामिल होने के लिए एमटेक जरूरी है। प्री और मेंस की परीक्षा के बाद इंटरव्यू होता है। उसमें उसका दूसरा रैंक रहा है। फिलहाल उनकी नियुक्ति शिलांग में साइंटिस्ट के तौर पर हुई है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय पिता करतार ¨सह और माता कृष्णा को दिया। करतार ¨सह स्वास्थ्य विभाग में स्टोरकीपर के पद से रिटायर हैं। माता हाउस वाइफ हैं। नसीब ¨सह ने स्कूली पढ़ाई आक्सफॉर्ड स्कूल और इंडस पब्लिक स्कूल से की। इसके बाद एमटेक व पीएचडी आइआइटी खड़गपुर से की।

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