तीन मुद्दों पर 30 दिन में प्रदेश के 7007 गांवों को नापेगी जजपा

जननायक जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए होमवर्क शुरू कर दिया है। अगले 30 दिन में पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी प्रदेश के सभी 7007 गांवों को नापेंगे और जनता के सामने तीन मुद्दों को रखेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 24 Jun 2019 10:19 AM (IST) Updated:Tue, 25 Jun 2019 06:33 AM (IST)
तीन मुद्दों पर 30 दिन में प्रदेश के 7007 गांवों को नापेगी जजपा
तीन मुद्दों पर 30 दिन में प्रदेश के 7007 गांवों को नापेगी जजपा

कर्मपाल गिल, जींद: जननायक जनता पार्टी ने विधानसभा चुनाव के लिए होमवर्क शुरू कर दिया है। अगले 30 दिन में पार्टी के कार्यकर्ता और पदाधिकारी प्रदेश के सभी 7007 गांवों को नापेंगे और जनता के सामने तीन मुद्दों को रखेंगे।

लोकसभा चुनाव के बाद जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला रविवार को पहली बार जींद में कार्यकर्ता मीटिग में पहुंचे। इस दौरान दैनिक जागरण से बातचीत में दुष्यंत ने विधानसभा चुनाव की रणनीति का खुलासा किया। दुष्यंत ने कहा कि अभी हमने तीन मुद्दों पर फोकस किया है। ये हैं रोजगार मेरा अधिकार, 55 साल की उम्र में महिलाओं व 58 साल में पुरुषों की वृद्धावस्था पेंशन और सभी वर्गों के लिए कर्ज माफी। इन तीनों मुद्दों को लेकर पार्टी ने लाखों की संख्या में फार्म छपवा लिए हैं। सभी विधानसभा क्षेत्रों में पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को ये फार्म उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। अगले 30 दिन में पार्टी कार्यकर्ता इन तीनों फार्माें को लेकर प्रदेश के हर गांव में घर-घर तक जाएंगे और आधार कार्ड सहित इन फार्मों को भरवाएंगे। इससे जनता को पार्टी के मुद्दों के बारे में जानकारी मिलेगी और पार्टी के पक्ष में हवा बनेगी। दुष्यंत ने कहा कि चुनाव जीतने के लिए चर्चा, पर्चा और खर्चा भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके लिए भी युवा, पदाधिकारियों व टिकट के इच्छुक नेताओं की ड्यूटियां लगा दी हैं। गांव-गांव में पार्टी के प्रमुख मुद्दों और चुनाव चिह्न चाबी के पोस्टर चस्पा किए जाएंगे। दुष्यंत कहते हैं कि अब वे खुद पर विधानसभा चुनाव की पोलिग तक घर नहीं बैठेंगे और जनता के बीच रहेंगे। टिकट के लिए हलके से आएगी आवाज

लोकसभा चुनाव में हार के बावजूद आत्मविश्वास से लबरेज दुष्यंत चौटाला ने कहा कि 1984 में राजीव गांधी की लहर में देवीलाल की पार्टी प्रदेश सभी 10 लोकसभा सीटों पर चुनाव हारी थी और देश में कांग्रेस को 432 सीटें मिली थी। यही नहीं, सिर्फ देवीलाल ही जमानत बचाने में कामयाब हुए थे। लेकिन तीन साल बाद विधानसभा चुनाव में वही कांग्रेस हरियाणा विधानसभा चुनाव में 5 सीटों पर सिमट गई थी। देवीलाल ने 90 में से 85 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। हमारे पास अब तीन महीने बचे हैं। इन तीन महीनों में पार्टी का कार्यकर्ता प्रदेश के हर घर की चौखट तक जाएगा।

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