सात फर्मो ने सरेंडर किए पांच करोड़ रुपये

आयकर विभाग की टीमों ने जिले में सात फर्मो पर सर्वे कर करोड़ों रुपये की अघोषित आय पकड़ी है। करीब 20 घंटों तक चले सर्वे के बाद इन फर्मो से पांच करोड़ से ज्यादा की राशि सरेंडर कराई गई। फर्मो द्वारा सरेंडर किए जाने पर ऑडिट के लिए आयकर विभाग ने उनके रिकार्ड को जब्त कर लिया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Feb 2019 01:06 AM (IST) Updated:Sun, 17 Feb 2019 01:06 AM (IST)
सात फर्मो ने सरेंडर किए पांच करोड़ रुपये
सात फर्मो ने सरेंडर किए पांच करोड़ रुपये

जागरण संवाददाता, जींद : आयकर विभाग की टीमों ने जिले में सात फर्मो पर सर्वे कर करोड़ों रुपये की अघोषित आय पकड़ी है। करीब 20 घंटों तक चले सर्वे के बाद इन फर्मो से पांच करोड़ से ज्यादा की राशि सरेंडर कराई गई। फर्मो द्वारा सरेंडर किए जाने पर ऑडिट के लिए आयकर विभाग ने उनके रिकार्ड को जब्त कर लिया। अगर इस दौरान ज्यादा अघोषित आय मिली तो उसके ऊपर जुर्माना किया जाएगा।

आयकर विभाग की टीमों ने बृहस्पतिवार सुबह दस बजे जींद के पालिका बाजार में विजय ज्वेलर्स, पुरानी हांसी रोड पर सैनी इंजीनिय¨रग वर्कर्स, हांसी रोड पर लूथरा फीड, गांव गांगोली स्थित किसान हैचरी, साहनपुर गांव स्थित शक्ति फीड मिल, नरवाना के कपूर राइस मिल और नरवाना की गुप्ता इंडस्ट्री पर दस्तक दी थी। विभाग के 30 कर्मचारियों ने लगातार इन जगहों पर उनके क्रय व विक्रय के रिकार्ड को खंगाला और रातभर जांच चलती रही। आयकर विभाग का सर्वे शुक्रवार सुबह करीब छह बजे पूरा हुआ।

रिटर्न में नहीं दिखाया

सर्वे के दौरान सामने आया कि फर्मो द्वारा करोड़ों रुपये के टैक्स की चोरी की गई है। उन्होंने इस अघोषित संपत्ति को अपनी रिटर्न में नहीं दिखाया है। सर्वे के दौरान अघोषित आय सामने आने पर गांगोली गांव स्थित किसान हैचरी ने एक करोड़ एक लाख, साहनपुर स्थित शक्ति फीड मील ने एक करोड़ 15 लाख, नरवाना के कपूर राइस मील ने 50 लाख, नरवाना की गुप्ता इंडस्ट्री ने 80 लाख, विजय ज्वेलर्स ने 50 लाख, पुराना हांसी रोड पर सैनी इंजीनिय¨रग वर्कर्स ने 25 लाख व हांसी रोड पर लूथरा फीड ने 15 लाख रुपये सरेंडर किए।

125 नोटिस जारी

आयकर विभाग की बड़े स्तर पर हुई कार्रवाई से व्यापारियों में हड़कंप मचा हुआ है। पिछले साल आयकर विभाग द्वारा पांच सौ से ज्यादा फर्मो को नोटिस भेज कर जवाब मांगा था। सूत्रों के अनुसार हाल ही में करीब 125 फर्मो को नोटिस भेजे हुए हैं। 31 मार्च तक जांच प्रक्रिया चलेगी। ऐसे में आने वाले दिनों में जिले में कुछ और जगहों पर भी सर्वे हो सकता है। खासकर अस्पताल, ज्वेलर्स, हैचरी संचालक समेत बड़े कारोबारी इस लिस्ट में हैं।

पहले भी हो चुकी बड़ी कार्रवाई

जिले में इससे पहले भी आयकर विभाग द्वारा बड़ी कार्रवाई की जा चुकी है। पिछले साल बड़े हैचरी व्यवसायी के यहां सर्वे हुआ था, जिसमें करोड़ों रुपये की राशि सरेंडर हुई थी। वहीं शहर में एक मोबाइल सर्विस सेंटर पर किए सर्वे में 50 लाख रुपये की राशि सरेंडर हुई थी। आयकर विभाग द्वारा हर साल संदेह के आधार पर नोटिस भेजे जाते हैं। पिछले पांच-छह साल तक का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है।

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