जींद की तस्वीर और तकदीर बदलने का दें मौका : सुरजेवाला

कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप ¨सह सुरजेवाला कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप ¨सह सुरजेवाला ने कहा कि कुनबाघाणी करने वाले जींद का भला नहीं कर सकते। पोते हमेशा दादा-दादी के दुलारे होते हैं, लेकिन दादा-दादी ही बद्दुआ दे रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 11:34 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 11:34 PM (IST)
जींद की तस्वीर और तकदीर बदलने का दें मौका : सुरजेवाला
जींद की तस्वीर और तकदीर बदलने का दें मौका : सुरजेवाला

जागरण संवाददाता, जींद : कांग्रेस उम्मीदवार रणदीप ¨सह सुरजेवाला ने कहा कि कुनबाघाणी करने वाले जींद का भला नहीं कर सकते। पोते हमेशा दादा-दादी के दुलारे होते हैं, लेकिन दादा-दादी ही बद्दुआ दे रहे हैं। जो लोग दादा-दादी के नहीं हैं, वे जींद की जनता के कैसे हो सकते हैं। सुरजेवाला मंगलवार को नुक्कड़ सभाओं को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने काह कि जींद उपचुनाव विधायक बनाने का चुनाव नहीं है, बल्कि यह चुनाव हरियाणा के भाग्य का निर्णय करने वाले हैं। उन्होंने कहा, 'मैं पहले से विधायक हूं, जींद की इसी जनता ने साढ़े 26 साल की उम्र में मुझे नरवाना से विधायक बनाया था। मैं चार बार विधायक जीता हूं और अब भी मौजूदा विधायक हूं। फिर भी मैं जींद उपचुनाव लड़ने आया हूं। इसके पीछे मुख्य कारण है कि मैंने इसी धरती पर जन्म लिया है। यहीं पर पला बढ़ा हूं और यहीं से मुझे पंख लगे हैं।'

उन्होंने कहा, 'जींद की इसी धरती के आशीर्वाद से मुझे प्रदेश और देश में प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला और देश व प्रदेश की सेवा करने का मौका मिला। अब मेरा लक्ष्य जींद की धरती का कर्ज उतारने का है।' उन्होंने कहा कि जींद को आज पूरे प्रदेश में सबसे पिछड़ा हलका माना जाता है। मुझे एक बार मौका दो मैं इस पिछड़ेपन के ठप्पे को उखाड़ फेंकूंगा। सुरजेवाला ने कहा कि सीएम मनोहर लाल कह रहे हैं कि उनके पास 52 एमएलए हैं, अगर जींद उपचुनाव हार गए तो उन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। अगर उनको फर्क नहीं पड़ता तो वे यहां पर चुनाव में लोगों से मत क्यों मांग रहे हैं। पूरे प्रदेश में साढ़े चार साल में विकास की एक ईट नहीं लगाई।

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