बाजार सजे-ग्राहकों का इंतजार, मार्केट में भीड़ बढ़ी-खरीदारी कम

लोकतंत्र के महापर्व चुनाव के आगे दूसरे त्योहार फीके पड़ रहे हैं। करवा चौथ और अहोई का त्योहार तो चुनावों की भेंट चढ़ गए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Oct 2019 07:10 AM (IST) Updated:Thu, 24 Oct 2019 07:10 AM (IST)
बाजार सजे-ग्राहकों का इंतजार, मार्केट में भीड़ बढ़ी-खरीदारी कम
बाजार सजे-ग्राहकों का इंतजार, मार्केट में भीड़ बढ़ी-खरीदारी कम

जागरण संवाददाता, जींद : लोकतंत्र के महापर्व चुनाव के आगे दूसरे त्योहार फीके पड़ रहे हैं। करवा चौथ और अहोई का त्योहार तो चुनावों की भेंट चढ़ गए। अब दुकानदारों को डर सता रहा है कि धनतेरस और दीपावली भी कहीं चुनावी नतीजों की भेंट न चढ़ जाएं। मार्केट में भीड़ जरूर दिखाई दे रही है लेकिन खरीददारी बहुत कम हो रही है। दुकानदार इसे आर्थिक मंदी और चुनावों का असर बता रहे हैं।

25 अक्टूबर को धनतेरस है और 27 अक्टूबर को दीपावली का त्योहार है। वहीं 24 को हरियाणा विधानसभा के चुनावी नतीजे घोषित होने हैं। पिछले 20 दिनों से चौक-चौराहों, बाजारों में चर्चा है तो बस चुनावों की। मार्केट के दुकानदारों का कहना है कि करवा चौथ पर हर सुहागिन सूट और चूड़ियां और दूसरा सामान खरीदती हैं लेकिन इस बार बाजार में इतना रस देखने को नहीं मिला। कई कारण माने जा रहे हैं। पहला सबसे बड़ा कारण आर्थिक मंदी और दूसरा विधानसभा चुनाव। आर्थिक मंदी के कारण मार्केट में और लोगों की जेब में पैसा नहीं है, इस कारण खरीदारी नहीं हो पा रही। प्रॉपर्टी की वैल्यू कम होने के चलते लोगों के पास नकदी कम है और नकदी कम होने का असर बाजारों में देखने को मिल रहा है।

बाजार सजे, ग्राहकों का इंतजार

धनतेरस और दीपावली को लेकर बाजार पूरी तरह से सज चुके हैं। अब दुकानदारों को इंतजार है तो बस ग्राहकों का। धनतेरस पर सोना-चांदी और धार्मिक सामग्री की खरीददारी को शुभ माना जाता है। इसके अलावा बर्तन, वाहन समेत विभिन्न सामान खरीदने की परंपरा है। दुकानदारों ने दुकानों पर स्टॉक बढ़ाया है। बाहर खुले में भी सामान को सजाया गया है। बाजारों में सोने-चांदी की दुकानें, इलेक्ट्रोनिक्स, गिफ्ट, बेडशीटों, पर्दो, कंबल आदि की दुकानें सज चुकी हैं। पूरे बाजार में हर जगह सेल लगी है, और ग्राहकों को लुभाने के लिए दुकानदार ऊंची आवाजों से लेकर स्पीकर तक लगाकर सामान की कीमतें बता रहे हैं। बाजारों में भीड़ बढ़ तो रही है लेकिन अभी तक तो ग्राहक केवल मोल-भाव ही कर रहे हैं, खरीददारी कम है।

धनतेरस पर सोना-चांदी और जेवर की होती है खरीद

मेन बाजार में ज्वेलर प्रदीप भोला ने बताया कि धनतेरस पर चांदी की खरीद सबसे अधिक होती है, क्योंकि धनतेरस पर चांदी खरीदना शुभ माना जाता है। अधिकतर लोग चांदी की कटोरी, ग्लास, तुलसी के पत्ते, हाथी, कछुआ, चूहा, उल्लू, कमल का फूल, चांदी के सिक्के आदि खरीदना पसंद करते हैं। प्रदीप भोला ने बताया कि आज के रेट की बात की जाए तो जेवर 36860 रुपये तौला, चांदी 485 रुपये तौला, सोना 38800 रुपये तौला का रेट चल रहा है। उन्हें उम्मीद है कि ग्राहक बढ़ेंगे लेकिन डर भी है कि चुनावी नतीजों की भेंट त्यौहार न चढ़ जाएं।

बर्तन स्टोर पर भी लगने लगी है लाइन

आदिनाथ बर्तन भंडार के मालिक जितेंद्र जैन ने बताया कि धनतेरस पर बर्तनों की खूब खरीद होती है लेकिन इस बार अभी तक अपेक्षाकृत कम ही बिक्री हो रही है। उनके पास स्टील के बर्तनों के साथ तांबे के बर्तन भी उपलब्ध हैं। पानी की बोतल और खाना बनाने के बर्तन खास तौर पर पसंद बनेंगे। जैन ने बताया कि आर्थिक मंदी चल रही है और जीएसटी का भी असर बाजार और व्यापार पर पड़ा है।

इलेक्ट्रोनिक्स की दुकान पर भी नहीं बढ़ी सेल

दूसरे व्यापार की तरह इलेक्ट्रोनिक्स दुकानदार भी मंदे की मार झेल रहे हैं। दीपावली के त्यौहार पर ऑफर देकर एलईडी, टीवी, फ्रिज समेत दूसरा इलेक्ट्रोनिक्स सामान बेचा जाता है लेकिन ग्राहक हैं कि आ ही नहीं रहे। दुकानदार पवन ने बताया कि अभी तक तो इलेक्ट्रोनिक के सामान की सेल बढ़ी नहीं है लेकिन उन्हें उम्मीद है कि अगले 2-3 दिनों में बिक्री बढ़ेगी।

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