एएनएम को बताया, मरीजों की कैसे करें स्क्रीनिग

नागरिक अस्पताल में वरिष्ठ दंत विशेषज्ञ डॉ. रमेश पांचाल ने शनिवार को नागरिक अस्पताल में जिलेभर से आई 40 एएनएम (ऑग्जिलयरी नर्स मिडवाइफरी) को नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज से प्रभावित मरीजों की स्क्रीनिग करने की जानकारी दी। एएनएम को बताया कि मरीजों को किस तरह एग्जामिन करना है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 26 May 2019 06:00 AM (IST) Updated:Sun, 26 May 2019 06:43 AM (IST)
एएनएम को बताया, मरीजों की कैसे करें स्क्रीनिग
एएनएम को बताया, मरीजों की कैसे करें स्क्रीनिग

जागरण संवाददाता, जींद : नागरिक अस्पताल में वरिष्ठ दंत विशेषज्ञ डॉ. रमेश पांचाल ने शनिवार को नागरिक अस्पताल में जिलेभर से आई 40 एएनएम (ऑग्जिलयरी नर्स मिडवाइफरी) को नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज से प्रभावित मरीजों की स्क्रीनिग करने की जानकारी दी। एएनएम को बताया कि मरीजों को किस तरह एग्जामिन करना है।

डॉ. रमेश पांचाल ने नर्सों को बताया कि डायबिटीज, कैंसर, हार्ट अटैक सहित कई बीमारियां गैर संक्रामक बीमारियां यानि नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज की श्रेणी में आती हैं। नर्सों को बताया कि कैंसर से प्रभावित मरीज आ जाए तो उसकी स्क्रीनिग कैसे करनी है। मरीज के मुंह में कोई छाला लगातार हो रहा है और ठीक न हो रहा है, तो बताएं कि दंत चिकित्सक को जरूर दिखाएं। हर छाला कैंसर और हर गांठ कैंसर नहीं होती। इन छालों को नेचुरल लाइट में चेक करें। मरीज का पूरा मुंह खुलवाकर देखें कि पूरा खुल रहा है या नहीं। तीन उंगलियों से कम खुल रहा है तो सलाह दें कि डॉक्टर से जरूर चेक करवाएं। जो लोग बीड़ी, हुक्का पीते हैं तो उनको भी जांच करवानी चाहिए। ऐसे लोगों के मुंह में सफेद दाग या काले धब्बे पड़ जते हैं। डॉ. पांचाल ने बताया कि औरतों के मुंह में मिर्च या मसाला लगना शुरू हो जाता है तो मसाले बंद करके जांच करवानी चाहिए। मुंह के कैंसर का मुख्य कारण पान, सुपारी, गुटका होता है। इनको खाने वालों का मुंह जाम हो जाता है। इनको खालों की जीभ के दोनों तरफ देखें कि धब्बे या छाले तो नहीं हैं। मुंह भी कम खुल रहा है तो डॉक्टर से चेक कराने की सलाह दें। मरीज के अंदर डर न बैठाएं। उन्हें चेक कराने की सलाह दें। इस मौके पर एजुकेटर राज सैनी भी मौजूद थे।

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