नंदीशाला में एक ईंट-एक रुपया दान करें लोग, कच्चे में नहीं रहेंगी गाय

जयंती देवी मंदिर के सामने नंदीशाला और बीड़ वाली गोशाला में गोभक्तों के आर्थिक सहयोग से हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं। अब गायों के लिए पक्का फर्श बनाने की तैयारी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Jun 2020 09:07 AM (IST) Updated:Wed, 24 Jun 2020 09:07 AM (IST)
नंदीशाला में एक ईंट-एक रुपया दान करें लोग, कच्चे में नहीं रहेंगी गाय
नंदीशाला में एक ईंट-एक रुपया दान करें लोग, कच्चे में नहीं रहेंगी गाय

जागरण संवाददाता, जींद : जयंती देवी मंदिर के सामने नंदीशाला और बीड़ वाली गोशाला में गोभक्तों के आर्थिक सहयोग से हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं। अब गायों के लिए पक्का फर्श बनाने की तैयारी है। जयंती देवी मंदिर के सामने नंदीशाला और बीड़ वाली गोशाला में करीब एक लाख ईंटों से फर्श पक्के किए जाएंगे। नंदीशाला के संचालक स्वामी राघवानंद ने जींद शहर और आसपास के गांव के लोगों से अपील की है कि वे एक ईंट और एक रुपया दान करें ताकि गायों के लिए पक्का फर्श बनाया जा सके।

बीड़ वाली गोशाला में खोर के साथ जहां गाय खड़ी होकर चारा खाती हैं, वह जगह पहले से पक्की थी। लेकिन बारिश के दौरान कच्ची जगह में पानी खड़ा होने से गायों को परेशानी होती थी। अब करीब 50 हजार ईंटों से पक्का फर्श लगाया जाएगा। यहां मिट्टी डालने का कार्य जोर-शोर से चल रहा है। बुधवार से यहां ईंटें लगनी शुरू हो जाएंगी। इसी तरह जयंती देवी मंदिर के सामने नंदीशाला में भी गोदाम के साथ गायों के खड़े होने की जगह को खोरा व मिट्टी डालकर समतल कर दिया गया है। यहां भी एक-दो दिन में ईंटों से पक्का फर्श लगाना शुरू कर दिया जाएगा। नंदीशाला संचालक स्वामी राघवानंद कहते हैं कि शहर के लोगों और आसपास के गांवों के दानी सज्जनों के सहयोग से नंदीशाला की हालत सुधारी जा रही है। गोभक्त काफी सहयोग कर रहे हैं। बारिश के समय कच्ची जगह पर मिट्टी में दलदल बनने से काफी परेशानी होती है। इसलिए शहर के लोगों से अपील है कि एक ईंट व एक रुपया दान करें ताकि गोवंश को कच्चे में न खड़ा होना पड़े। इससे लोगों की गोशाला के साथ भावना भी जुड़ेगी। गोमाता की सेवा करके लोगों को पुण्य मिलेगा और नंदीशाला की हालत सुधर जाएगी। स्वामी राघवानंद ने बताया कि नगर परिषद की प्रधान पूनम सैनी ने आश्वासन दिया है कि परिषद द्वारा नंदीशाला में दो रास्ते पक्के कराए जाएंगे। करीब 850 फुट लंबे इन रास्तों के पक्के होने से काफी राहत मिलेगी।

नगरपरिषद भी नंदीशाला में दो रास्ते पक्के कराएगी

नंदीशाला के संचालक स्वामी राघवानंद ने कहा कि करीब ढाई-तीन हजार गाय हैं। इनमें कुछ बूढ़ी हो चुकी हैं। कुछ बीमार व घायल हैं। इनके लिए अलग से वार्ड बनाया हुआ है। स्वामी राघवानंद ने कहा कि जयति जयति संगठन के लोग घायल गायों के वार्ड से फोटो खींचकर गलत बयानबाजी करते हैं। गोभक्तों का यह काम नहीं होता। गायों के आगे चारा डालने और उन्हें पानी पिलाने में समय लगता है, जबकि फोटो खींचने में एक क्लिक करना होता है। ये ऐसे लोग हैं कि आप दे नहीं चुल्लू भर पानी, निदे ताहीं गंगा लानि। यानि खुद तो कुछ देंगे नहीं और जो कुछ कर रहे हैं, उनकी निदा करते हैं।

गांवों के गोभक्त भेज रहे 400 मण चारा

स्वामी राघवानंद ने बताया कि गांव राजपुरा भैण से रमेश सहित कई गांवों से करीब 400 मण हरा-चारा रोज नंदीशाला में आ रहा है। अब तो तूड़ी कम डालनी पड़ रही है और हरा चारा ज्यादा डाल रहे हैं। नंदीशाला के बाहर लगे टाल का चारा इससे अलग है। स्वामी राघवानंद कहते हैं कि शहर के लोग भी टाल से खूब हरा चारा गोवंश के आगे डाल रहे हैं। सभी लोगों के सहयोग से ही गायों की सेवा हो रही है।

इधर, जयति जयति ने सीटीएम को सौंपा ज्ञापन

जयति-जयति हिदू महान संगठन ने मंगलवार को को सीटीएम होशियार सिंह को ज्ञापन सौंपा और कहा कि बड़ा बीड वन के निकट तथा जयंती देवी मंदिर के सामने बनाई गई नंदीशाला पशुओं के लिए नर्कशाला साबित हो रही है। यहां रोज पशुओं की मौत हो रही है। प्रशासन नंदीशाला में उचित मात्रा में हरे चारे का प्रबंध करे। गोवंश के लिए चिकित्सक की तैनाती की जाए। गोवंश को समय-समय पर उपचार की सुविधा नंदीशाला में ही उपलब्ध हो। नंदीशाला के चारों तरफ की दीवार को ऊंचा किया जाए। प्रशासनिक अधिकारी समय-समय पर नंदीशाला का जायजा लें।

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